पीएम मोदी दुनिया की प्रमुख ताकतों के साथ सक्रिय रूप से जुड़े
PM मोदी ने दुनिया की प्रमुख ताकतों से की जोरदार बातचीत में पीएम मोदी ने जी-7 के शिखर सम्मेलन में भाग लिया और दुनिया के कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं. इससे पहले पीएम मोदी ने रविवार को जापान के हिरोशिमा शहर में आयोजित जी7 शिखर सम्मेलन के सत्र में कहा कि वह यूक्रेन में मौजूदा हालात को राजनीति या अर्थव्यवस्था का नहीं, बल्कि मानवता एवं मानवीय मूल्यों का मुद्दा मानते हैं.
पीएम मोदी ने बिना कूटनीतिक शोर किए कई प्लेटफॉर्म पर इंडो पैसिफिक रीजन में चीन के बढ़ते प्रभाव की ओर दुनिया के दिग्गजों का ध्यान आकर्षित किया हिरोशिम में 14 देशों के संगठन FIPIC हो या फिर ऑस्ट्रेलिया में पीएम अल्बानीज के साथ नरेंद्र मोदी की मीटिंग. हर एजेंडे में प्रधानमंत्री ने अपने समकक्षों को बढ़ते चीनी प्रभुत्व और विश्व राजनीति पर इसके असर की ओर ध्यान दिलाया.
पीएम ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर क्या कहा
प्रधानमंत्री ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी अपनी बात रखते हुऐ कहा कि संवाद और कूटनीति ही इस संघर्ष के समाधान का एकमात्र रास्ता है. पीएम की ये टिप्पणियां यूक्रेन पर रूसी हमले और पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ चल रहे सीमा विवाद की पृष्ठभूमि में आई हैं. पीएम ने अपने संबोधन में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से शनिवार को हुई वार्ता का भी जिक्र किया और कहा कि संघर्ष के समाधान के लिए जो भी संभव होगा, वह करेगें.
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इससे पड़ता विकासशील देशों पर सबसे ज्यादा प्रभाव
इस बात – चित के दौरान पीएम ने इस भावना से भारत ने बांग्लादेश के साथ अपनी भूमि और नौवहन सीमा विवाद का हल किया था. पीएम ने कहा कि विकासशील देशों के पास सीमित संसाधन हैं और वे ही सबसे अधिक प्रभावित होते हैं. वर्तमान वैश्विक स्थिति के चलते खाद्य, ईंधन और उवर्रक संकट का अधिकतम और सबसे गहरा प्रभाव इन्हीं देशों को भुगतना पड़ रहा है.
पीएम मोदी अपने जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा के निमंत्रण के बाद जी-7 शिखर सम्मेलन के तीन सत्रों में हिस्सा लेने के लिए शुक्रवार को हिरोशिमा पहुंचे थे. जी-7 देशों में जापान, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, कनाडा, इटली और यूरोपीय संघ शामिल हैं.
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