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PM Modi On Terrorism In BRICS: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में वैश्विक शांति और सुरक्षा पर अपने विचार रखे. उन्होंने कहा कि वैश्विक शांति और सुरक्षा केवल एक आदर्श नहीं है, बल्कि यह हम सभी के साझा हितों और भविष्य की बुनियाद है. उन्होंने आतंकवाद की निंदा की और कहा कि यह मानवता के लिए सबसे गंभीर चुनौती है. पीएम हाल ही में भारत में हुए आतंकी हमले का उल्लेख किया और कहा कि यह हमला केवल भारत पर नहीं, बल्कि पूरी मानवता पर आघात था.
आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई
प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने में कोई संकोच नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि आतंकवाद के पीड़ितों और समर्थकों को एक ही तराजू में नहीं तौल सकते. निजी या राजनीतिक स्वार्थ के लिए आतंकवाद को मूक सहमति देना या आतंकवादियों का साथ देना किसी भी अवस्था में स्वीकार्य नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि देश एक्शन से पहले अगर पहले यह देखेंगे कि हमला किस देश में हुआ, किसके विरुद्ध हुआ, तो यह मानवता के खिलाफ विश्वासघात होगा.
कथनी और करनी में न हो अंतर
हमें आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और इसके पीड़ितों और समर्थकों को एक ही तराजू में नहीं तौलना चाहिए. निजी या राजनीतिक स्वार्थ के लिए आतंकवाद को बढ़ावा देना या उसका साथ देना किसी भी हालत में स्वीकार्य नहीं होना चाहिए. आतंकवाद को लेकर कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं होना चाहिए.
आतंकवाद की निंदा सिद्धांत होना चाहिए
आतंकवाद, आज मानवता के लिए सबसे गंभीर चुनौती बनकर खड़ा है. हाल ही में भारत ने एक अमानवीय और कायरतापूर्ण आतंकी हमले का सामना किया. 22 अप्रैल को पहलगाम में हुआ आतंकी हमला भारत की आत्मा, अस्मिता और गरिमा पर सीधा प्रहार था. इस दुख की घड़ी में, जो मित्र देश हमारे साथ खड़े रहे, जिन्होंने समर्थन और संवेदना व्यक्त की, मैं उनका हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं. आतंकवाद की निंदा हमारा सिद्धांत होना चाहिए केवल सुविधा नहीं.
पश्चिम एशिया और यूरोप में तनाव
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम एशिया और यूरोप में तनाव की स्थिति का उल्लेख किया और कहा कि गाजा में मानवीय स्थिति बड़ी चिंता का कारण है. उन्होंने कहा कि भारत का अडिग विश्वास है कि परिस्थितियां चाहे कितनी भी कठिन क्यों न हों, मानवता की भलाई के लिए शांति का पथ ही एकमात्र विकल्प है.
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भारत बुद्ध और महात्मा गांधी की धरती
बुद्ध और महात्मा गांधी का नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि भारत भगवान बुद्ध और महात्मा गांधी की भूमि है और हमारे लिए युद्ध और हिंसा का कोई स्थान नहीं है. उन्होंने कहा कि भारत हर उस प्रयास का समर्थन करता है जो विश्व को विभाजन और संघर्ष से बाहर निकालकर संवाद, सहयोग और समन्वय की ओर अग्रसर करे.
पश्चिम एशिया से लेकर यूरोप शांति का संदेश
उन्होंने कहा कि पश्चिम एशिया से लेकर यूरोप तक, आज विश्व विवादों और तनावों से घिरा हुआ है. गाजा में जो मानवीय स्थिति है, वह बड़ी चिंता का कारण है. भारत का अडिग विश्वास है कि परिस्थितियां चाहे कितनी भी कठिन क्यों न हों मानवता की भलाई के लिए शांति का पथ ही एकमात्र विकल्प है. पीएम नरेंद्र मोदी के बयान से यह स्पष्ट होता है कि भारत आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है. भारत शांति और सहयोग के माध्यम से विश्व को एकजुट करने के लिए प्रयासरत है.
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भारत में होने वाले सम्मेलन के लिए दिया न्योता
भारत हर उस प्रयास का समर्थन करता है जो विश्व को विभाजन और संघर्ष से बाहर निकालकर, संवाद, सहयोग और समन्वय की ओर अग्रसर करे, एकजुटता और विश्वास बढ़ाए. इस दिशा में, हम सभी मित्र देशों के साथ, सहयोग और साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध हैं. अंत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले वर्ष भारत की अध्यक्षता में होने जा रही ब्रिक्स समिट के लिए सभी देशों को आमंत्रित किया है.
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