Bharat Express

UP News: फर्जी SOG टीम बनकर भोले-भाले लोगों को जाल में फंसाने वाले गिरोह का यूपी पुलिस ने किया पर्दाफाश, 3 गिरफ्तार

Bijnor: गिरफ्तार आरोपियों के पास से 315 बोर के 2 तमंचे, 3 जिंदा कारतूस और पीड़ित से ठगे गए 50 हजार रुपए नकद और घटना में इस्तेमाल की गई कार बरामद की गई है. फरार आरोपियों की तलाश जारी है.

फोटो-सोशल मीडिया

UP News: उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में चांदपुर थाना पुलिस ने फर्जी एसओजी टीम का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने एक गिरोह के 3 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करवाई है. पुलिस के मुताबिक, उक्‍त गिरोह आमजन को अपने जाल में फंसाकर ठगी करता था. गिरोह के खिलाफ 24 अगस्त को एक शिकायत दर्ज कराई गई थी; गांव रवाना निवासी ओमवीर सिंह ने 7 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी.

चांदपुर थाना प्रभारी (एसएचओ) उदय प्रताप ने बताया कि आरोपियों की पहचान शरद, मुदित और अभिषेक के रूप में हुई और तीनों आरोपी यूपी के अमरोहा जिले के रहने वाले हैं. इस गिरोह के खिलाफ 24 अगस्त को ओमवीर सिंह ने शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया था कि मुदित, शरद, हर्षित, राधु, जोली, अभिषेक और इमरान ने मिलकर अमरोहा स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की पुलिस टीम बनाई है, जिसका वह शिकार हुआ है. घटना की जानकारी देते हुए पुलिस को बताया कि इन लोगों ने खुद को एसओजी पुलिस टीम बताकर पहले तो उसके भाई को मोटर साइकिल चोरी के आरोप में पकड़ लिया और फिर एनकाउंटर की धमकी देकर 2 लाख रुपये ठग लिए. इसी शिकायत के बाद ही पुलिस हरकत में आई और आरोपियों को दबोचने के लिए टीम बनाकर तलाशी शुरू की.

एसएचओ ने बताया कि, बीट पुलिसिंग और लोकल इंटेलिजेंस से मिली गोपनीय जानकारी पर शरद, मुदित और अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया गया है. इन लोगों के पास से 315 बोर के 2 तमंचे, 3 जिंदा कारतूस और पीड़ित से ठगे गए 50 हजार रुपए नकद और घटना में इस्तेमाल की गई कार को बरामद किया गया है.

ये भी पढ़ें- G-20 समिट से पहले राजधानी दिल्ली में माहौल बिगाड़ने की कोशिश, कहीं खालिस्‍तान समर्थकों का उत्‍पात, कहीं हुआ पथराव

फर्जी मुकदमे के नाम पर करते थे ठगी

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने अपना अपराध कुबूल लिया. एसएचओ ने बताया कि, आरोपी अभिषेक ने पूछताछ के दौरान बताया कि अपने साथियों के साथ मिलकर पहले रेकी करते थे और फिर भेल-भाले लोगो को पुलिस का खौफ दिखाकर फर्जी मुकदमे की बात बताते थे और फिर आरोप लगाकर पकड़ लेते थे और फिर छोड़ने के नाम पर उनके परिवार वालों से पैसे ऐंठ लेते थे. ये सिलसिला काफी समय से चल रहा था.

फरार आरोपियों को लेकर पुलिस की जारी है कार्रवाही

आरोपी शरद और मुदित ने पुलिस पूछताछ में बताया कि, खुद को पुलिस की एसओजी टीम बताकर 23 जुलाई को रवाना गांव के रहने वाले रुपक को बाइक चोरी के आरोप में पकड़ लिया था और फिर छोड़ने के नाम उसके भाई ओमवीर से दो लाख रुपए ऐंठ लिए थे. आरोप स्वीकार करने के बाद आरोपी शरद, मुदित और अभिषेक के खिलाफ चांदपुर पुलिस स्टेशन में आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है तो वहीं उसके साथियों हर्षित, राधु, जोली और इमरान जो कि फरार है. इन लोगों की तलाश में पुलिस टीम संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दे रही है.

-भारत एक्सप्रेस



इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.

Also Read