पीएम नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी
लोकसभा अध्यक्ष पद के चुनाव से एक दिन पहले आज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने सांसदों को कल सुबह 11 बजे से सदन में उपस्थित रहने के लिए तीन-लाइन का व्हिप जारी किया है. बता दें कि लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए कल चुनाव होगा. वहीं इससे पहले आज, कांग्रेस पार्टी ने भी अपने सांसदों को कल सदन में उपस्थित रहने के लिए तीन-लाइन-व्हिप जारी किया.
ओम बिरला के नाम पर नहीं बनी आम सहमति
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा सांसद ओम बिरला की नियुक्ति पर आम सहमति बनाने में विफल रहने के बाद, विपक्षी इंडिया ब्लॉक ने कांग्रेस सांसद के सुरेश को लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए नामित किया है. विपक्ष उपसभापति के पद की मांग कर रहा था, हालांकि, भाजपा की ओर से कोई स्पष्टता नहीं आने के कारण इंडिया ब्लॉक ने कांग्रेस सांसद के सुरेश का नाम अध्यक्ष पद के लिए आगे बढ़ाया है.
दूसरी ओर, भाजपा ने अपने सांसद ओम बिरला को अध्यक्ष पद के लिए नामित किया है, इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को बताया है कि विपक्ष एनडीए के स्पीकर उम्मीदवार का समर्थन करने के लिए तैयार है, बशर्ते कि डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को दिया जाए. मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा, “हमने राजनाथ सिंह से कहा है कि हम उनके स्पीकर (उम्मीदवार) का समर्थन करेंगे, लेकिन परंपरा यह है कि डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को दिया जाता है.”
भाजपा सांसद भर्तृहरि महताब प्रोटेम स्पीकर के रूप में कार्य कर रहे हैं. स्पीकर पद के लिए चुनाव 26 जून को होंगे. 543 सदस्यीय लोकसभा में एनडीए के पास 293 सांसद हैं और वह स्पष्ट बहुमत रखता है, जबकि विपक्षी इंडिया गठबंधन के पास 234 सांसद हैं.
ऐसे होगा लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव
बताया जा रहा है कि बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर सबसे पहले उन नवनिर्वाचित सांसदों का नाम पुकारा जाएगा, जिन्होंने अब तक संसद सदस्यता की शपथ नहीं ली है. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में नए लोकसभा अध्यक्ष के तौर पर ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव रखेंगे और सभी दलों से उन्हें निर्विरोध सर्वसम्मति से चुनने का आग्रह करेंगे. अगर सरकार द्वारा किए गए आग्रह को स्वीकार कर विपक्ष की तरफ से के. सुरेश का नाम लोकसभा अध्यक्ष के उम्मीदवार के तौर पर प्रस्तावित नहीं किया जाएगा तो ओम बिरला निर्विरोध लोकसभा अध्यक्ष चुन लिए जाएंगे. वहीं अगर विपक्ष की तरफ से अपने उम्मीदवार का नाम प्रस्तावित किया जाएगा तो फिर सदन में चुनाव करवाया जाएगा.