Bharat Express

Ayodhya विवाद का समाधान निकालने के लिए मैंने भगवान से की थी प्रार्थना: CJI DY Chandrachud

कांग्रेस नेता उदित राज ने सवाल उठाते हुए कहा कि सीजेआई कुछ और मुद्दों पर प्रार्थना करते तो उसका भी समाधान हो जाता जैसे एक आम आदमी हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से बिना पैसे के न्याय ले पाता.

सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़. (फाइल फोटो: IANS)

सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachud) ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि मैं रोजाना भगवान की पूजा करता हूं और साल 2019 में मैंने अयोध्या विवाद (Ayodhya Dispute) का समाधान निकालने के लिए भगवान से प्रार्थना की थी. उन्होंने कहा कि अगर किसी में आस्था है तो भगवान (God) हमेशा कोई रास्ता निकाल लेंगे.

सीजेआई चंद्रचूड़ उस पांच सदस्यीय पीठ का हिस्सा थे, जिसने दशकों पुराने राम मंदिर और बाबरी मस्जिद विवाद को सुलझाया था. अयोध्या में राम मंदिर का शुभारंग इस वर्ष जनवरी में हुआ था. सीजेआई चंद्रचूड़ ने इसी साल मंदिर का दौरा कर रामलला के दर्शन किए थे.

रोजाना पूजा करता हूं: CJI

सीजेआई चंद्रचूड़ ने महाराष्ट्र में पुणे जिले के खेड़ तालुका में स्थित अपने पैतृक गांव में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘कई बार ऐसा होता है कि हमारे पास केस है, मगर उसका समाधान नहीं मिल पाता है. अयोध्या विवाद में भी कुछ ऐसा ही हुआ है, यह मामला लगभग तीन महीनों तक मेरे पास था. मैं भगवान के सामने बैठा और उनसे कहा कि उन्हें इसका समाधान ढूंढना होगा.’

उन्होंने कहा, ‘मैं रोजाना भगवान की पूजा करता हूं और उस दिन भी मैंने ऐसा ही किया. मैं परमेश्वर के सामने बैठ गया और उनसे कहा कि अब आप मेरे लिए रास्ता ढूंढें. अगर आपको उनमें विश्वास है, तो भगवान आपके लिए एक रास्ता खोज देंगे. उनके सामने मैंने एक सवाल किया कि इससे बाहर निकलने का रास्ता कैसे खोजा जाए? मैंने भगवान से प्रार्थना की और मामले का फैसला करने से पहले उनसे मदद मांगी.’

देवी यामी की कृपा से CJI बना

सीजेआई ने कहा, ‘भगवान ने मेरे लिए भी एक रास्ता ढूंढ लिया. मैं हर जगह घूम चुका हूं. अनेक स्थानों के मंदिर देखे हैं. मुझे कन्हेरसर का श्री यामी देवी मंदिर बहुत पसंद है. श्री यामी देवी की कृपा से मैं भारत का मुख्य न्यायाधीश बन पाया. मुझे सम्मान देने के लिए मैं यहां के लोगों का आभारी हूं.’


ये भी पढ़ें: Supreme Court ने RTE Act का पालन न करने वाले मदरसों को बंद करने की NCPCR की सिफारिश पर लगाई रोक


बता दें कि 9 नवंबर 2019 को तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई, जस्टिस शरद बोबडे, जस्टिस डीवाई धनंजय चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस. अब्दुल नजीर की पांच जजों की बेंच ने अयोध्या विवाद पर ऐतिहासिक फैसला सुनाया था. पीठ ने विवादित भूमि हिंदू पक्ष को देकर मामले को सुलझा लिया. पीठ ने यह भी फैसला सुनाया था कि अयोध्या में किसी अन्य जगह पांच एकड़ जमीन पर मस्जिद बनाई जाएगी, जिसे मुस्लिम पक्ष को आवंटित किया जाएगा.

Congress नेता ने उठाए सवाल

कांग्रेस नेता उदित राज (Udit Raj) ने सोमवार को मुख्य न्यायाधीश पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर मुख्य न्यायाधीश ने इसके लिए प्रार्थना की होती तो कई अन्य मुद्दे भी सुलझ गए होते और आम आदमी को न्याय मिल जाता.

पूर्व सांसद और असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज ने एक पोस्ट में कहा, ‘मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ जी ने कहा कि उन्होंने अयोध्या मुद्दे के समाधान को लेकर भगवान से प्रार्थना की थी. कुछ और मुद्दों पर प्रार्थना करते तो उसका भी समाधान हो जाता जैसे एक आम आदमी हाईकोर्ट (High Court) और सुप्रीम कोर्ट से बिना पैसे के न्याय ले पाता. ED, CBI और आयकर विभाग (IT) का दुरुपयोग बंद हो जाता.’

(समाचार एजेंसी आईएएनएस से इनपुट के साथ)

-भारत एक्सप्रेस



इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.

Also Read