

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड से दिल्ली में मुलाकात की. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने तुलसी गबार्ड को प्रयागराज के महाकुंभ से लाया गया गंगाजल भी भेंट किया. महाकुंभ 2025 का आयोजन प्रयागराज के त्रिवेणी संगम पर हुआ था, जो 26 फरवरी को समाप्त हुआ था और इस धार्मिक मेले में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने भाग लिया था. प्रधानमंत्री मोदी द्वारा भेंट किए गए गंगाजल को लेकर इस मुलाकात में विशेष चर्चा की गई.
#WATCH | Delhi: US Director of National Intelligence (DNI) Tulsi Gabbard met Prime Minister Narendra Modi today. The PM presented her with a vase containing Gangajal from the recently concluded Prayagraj Mahakumbh. pic.twitter.com/jJ0OJbggNF
— ANI (@ANI) March 17, 2025
तुलसी गबार्ड की भारत यात्रा
तुलसी गबार्ड, जिन्होंने भारतीय संस्कृति और धर्म में गहरी रुचि दिखाई है, इस यात्रा के दौरान भारतीय अधिकारियों के साथ सुरक्षा और खुफिया सहयोग, साइबर सुरक्षा और रक्षा संबंधों पर चर्चा की. इससे पहले, तुलसी गबार्ड ने भारतीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की थी, जिसमें उन्होंने खालिस्तानी संगठन “सिख फॉर जस्टिस” द्वारा अमेरिका में किए जा रहे भारत विरोधी गतिविधियों पर भी ध्यान केंद्रित किया.
श्रीमद्भगवत गीता से मार्गदर्शन प्राप्त करना
एक साक्षात्कार में तुलसी गबार्ड ने कहा कि वह श्रीमद्भगवत गीता से हमेशा शक्ति और मार्गदर्शन प्राप्त करती हैं, खासकर कठिन समय में. हिंदू धर्म को मानने वाली तुलसी ने गीता की शिक्षाओं को अपने जीवन में एक मार्गदर्शक के रूप में स्वीकार किया है. उनका यह बयान भारत और अमेरिका के बीच सांस्कृतिक और धार्मिक समझ को और भी मजबूत करता है.
भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने के प्रयास
तुलसी गबार्ड ने इस दौरान भारत-अमेरिका के द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग को बढ़ाने के लिए आयोजित विभिन्न बैठकों और सम्मेलनों में भाग लिया. वह राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की अध्यक्षता में आयोजित एक सम्मेलन में भी शामिल हुईं, जिसमें लगभग 20 देशों के खुफिया और सुरक्षा अधिकारियों ने हिस्सा लिया. इस सम्मेलन के दौरान, दोनों देशों के बीच खुफिया सहयोग और सुरक्षा पर चर्चा की गई.
तुलसी गबार्ड की विदेश यात्रा
अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक बनने के बाद, यह तुलसी गबार्ड की दूसरी अंतरराष्ट्रीय यात्रा थी. इससे पहले उन्होंने जर्मनी में म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में भी भाग लिया था. उनके भारत दौरे को लेकर सुरक्षा और खुफिया सहयोग के मुद्दे पर खास चर्चा हुई.
तुलसी गबार्ड का यह भारत दौरा दोनों देशों के बीच रिश्तों को और भी प्रगाढ़ बनाने का प्रतीक है. उनके नेतृत्व में, अमेरिका और भारत के खुफिया और सुरक्षा संबंधों में और अधिक मजबूती आएगी.
-भारत एक्सप्रेस
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