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Rajasthan: जोधपुर सिलेंडर ब्लास्ट के बाद नहीं थम रहा मौतों का सिलसिला, अब तक 32 की मौत

मृतकों, घायलों के परिजन और अन्य लोग अस्पताल के बाहर धरने पर बैठे हैं. परिजनों ने सरकार से मृतकों के लिए 50 लाख और घायलों के लिए 25 लाख के मुआवजे के साथ परिवार के एक शख्स को सरकारी नौकरी की मांग की है.

cylinder blast

गैस सिलेंडर ब्लास्ट

Rajasthan: जोधपुर में हुए सिलेंडर ब्लास्ट हादसे में अभी तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है. शनिवार को इस हादसे में घायल 5 लोगों की मौत के बाद मरने वालों की संख्या 32 हो गई. वहीं, जोधपुर में हुए सिलेंडर ब्लास्ट के बाद मृतकों के परिजनों ने अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया और वे धरने पर बैठ गए. सरकार द्वारा की गई मुआवजे राशि की घोषणा को मृतकों के परिजन कम बता रहें हैं. परिजन सरकार से 50 लाख रुपये का मुआवजा मांग रहे हैं.

इस हादसे के बाद परिजन अपनी मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं. लगातार मौतों से परिजनों का सब्र टूट रहा है. हादसे में जान गंवा चुके लोगों के लिए केंद्र सरकार ने दो-दो लाख और घायल हुए लोगों को पचास-पचास हजार रुपये की सहायता देने का ऐलान किया है. यह राशि पीएम केयर्स फंड से दी जाएगी. पीएमओ की तरफ से जानकारी दी गई कि पीएम नरेंद्र मोदी ने हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों के लिए 2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50 हजार रु की आर्थिक मदद का ऐलान किया है.

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परिजनों की क्या है मांग?

हादसे के बाद परिवार के लोगों द्वारा प्रदर्शन जारी है. मृतकों, घायलों के परिजन और अन्य लोग अस्पताल के बाहर धरने पर बैठे हैं. प्रदर्शन कर रहें परिजनों ने सरकार से मृतकों के लिए 50 लाख और घायलों के लिए 25 लाख के मुआवजे के साथ परिवार के एक शख्स को सरकारी नौकरी की मांग की है.

क्या हुआ था आठ दिसंबर को?

जोधपुर जिले के शेरगढ़ के भूंगरा गांव में सुरेंद्र सिंह की बारात गुरुवार को खोखसर जानी थी. शादी समारोह में 300 लोगों की भीड़ शामिल थी. बारात निकलने की तैयारी थी, घर में बच्चों और महिलाओं सहित तमाम लोगों की भीड़ उमड़ी हुई थी. 4 बजे का बारात निकलने का समय था. बारात निकलने से पहले बारातियों के लिए चाय बनाई जा रही थी, तभी अचानक से सिलेंडर में ब्लास्ट हो गया. धमाके के कारण गैस और आग पूरे घर में फैल गई थी. बच्चों और महिलाएं सहित घर के कुछ सदस्य आग में घिर गए थे. अंदर फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए कुछ लोग जलती आग में घर के अंदर गए, इस कारण वह भी झुलस गए. हादसे में दूल्हे और उसके माता-पिता सहित 60 लोग झुलस गए और उस दिन ही 5 लोगों ने दमतोड़ दिया था.

 

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