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Ayodhya Ram Mandir: रामलला को लगेगा 44 क्विंटल शुद्ध देसी घी के लड्डू का भोग, 6 महीने तक नहीं होगा खराब, जानें और क्या है विशेषता

Ramlala Pran Pratishtha: देवराहा बाबा के शिष्य ने बताया कि, देवराहा बाबा की प्रेरणा थी कि 1 हजार 111 मन लड्डू का भोग लगाना है. 44 कुंतल का लड्डू का भोग रामलला को लगेगा.

रामलला

Ayodhya Ram Mandir: भगवान राम की नगरी अयोध्या में इस दौरान रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर धूम मची हुई है. राम भक्तों द्वारा लगातार अपने राम को विशेष चीजों का भेंट देने का सिलसिला जारी है. इसी क्रम में देवरहा बाबा की ओर से रामलला को 44 क्विंटल देसी घी के लड्डू का भोग लगाया जाएगा. इस लड्डू की खासियत ये है कि ये 6 महीने तक खराब नहीं होगा. तो वहीं 22 जनवरी को राम मंदिर आने वाले भक्तों को भी इसका प्रसाद वितरित किया जाएगा. यह प्रसाद अभी से बनना शुरू हो गया है और इसे बनाकर टिफिन में पैक भी किया जा रहा है.

मालूम हो कि देवरहा बाबा एक ऐसे साधु थे जिन्होंने राम मंदिर बनने के लिए पहले से ही भविष्यवाणी कर दी थी. उन्होंने ये भी कहा था कि जहां पर भगवान श्री राम का जन्म हुआ है. वहीं पर भगवान श्री राम का भव्य मंदिर का निर्माण कार्य होगा. तो उनकी भविष्य़वाणी के मुताबिक, राम मंदिर बन रहा है और 22 जनवरी को रामलला अपने जन्मभूमि पर विराजमान हो जाएंगे. बाबा का सपना पूरा होने को लेकर उनके शिष्यो में उत्साह देखा जा रहा है. इसीलिए उनकी ओर से ये खास लड्डुओं का भोग लगाया जाएगा.

नहीं मिली है पानी की एक भी बूंद

देवराहा बाबा के शिष्य ने बताया कि देवराहा बाबा की प्रेरणा थी कि 1 हजार 111 मन लड्डू का भोग लगाना है. 44 कुंतल का लड्डू का भोग रामलला को लगेगा. भगवान रामलला की सेवा करके हमको अपार खुशी महसूस हो रही है. इसी के साथ ही उन्होंने लड्डू की विशेषता बताई और कहा कि लड्डू शुद्ध देसी घी से बनाया गया है और इसमें पानी की एक भी बूंद इस्तेमाल नहीं की गई है. यह 6 महीने तक खराब नहीं होगा. चांदी की थाल में रामलला को इसका भोग लगाया जाएगा और इसके बाद जो वीआईपी कार्यक्रम में शामिल होने आएंगे, उनको इसका प्रसाद वितरित किया जाएगा. एक डिब्बे में 11 लड्डू रहेगा और जो राम भक्त आएंगे दर्शन करने के लिए उनको भी प्रसाद वितरित किया जाएगा, वह डिब्बे में पांच लड्डू होगा.

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सुप्रीम कोर्ट फैसले के बाद बनना शुरू हुआ था मंदिर

बता दें कि 9 नवंबर 2019 का दिन ऐतिहासिक था. इसी दिन प्रभु श्री राम के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट का सुप्रीम फैसला आया था. इसके बाद 5 अगस्त 2020 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलला के मंदिर का भूमि पूजन किया था. अब सबसे ऐतिहासिक तारीख वह होगी जब प्रभु श्री राम अपने गर्भ गृह में विराजमान होंगे. 22 जनवरी के ऐतिहासिक पल को हर कोई अपनी आंखों में संजो लेना चाहता है और हर कोई इस दिन का साक्षी बनना चाहता है.

राम भक्तों को भेजा जा रहा है अक्षत निमंत्रण

बता दें कि राम भक्तों को लगातार अक्षत निमंत्रण भेजा जा रहा है. इसी बीच झांसी से खबर सामने आ रही है कि यहां करीब एक लाख से अधिक परिवारों को निमंत्रण दिया गया है. इस पूरे काम में विभिन्न हिंदू संगठनों के करीब 5000 लोग रामदूत बनकर सर्वसमाज तक आमंत्रण पहुंचाने का यह पुनीत कार्य कर रहे हैं. संघ की दृष्टि से महानगर को 11 नगर व एक खंड में बांटा गया है. 01 जनवरी से शुरू हुए अक्षत वितरण अभियान में सभी राम भक्त लगकर लोगों को आमंत्रित कर रहे हैं. खंड समेत सभी नगरों में अब तक कुल मिलाकर एक लाख 23 हजार 763 परिवारों तक प्रभु श्रीराम का आमंत्रण पहुंचाया जा चुका है. इस संबंध में महानगर के प्रचार प्रमुख जितेंद्र मिश्रा ने बताया कि राम भक्त पूरी तन्मयता के साथ प्रभु के कार्य में जुटे हुए हैं. 01 से 15 जनवरी तक घर-घर आमंत्रण भिजवाया जा रहा है.

-भारत एक्सप्रेस

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