पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी और एनडीए को सत्ता में आने से रोकने के लिए विपक्ष इंडिया गठबंधन के मंच पर एक साथ आया था, लेकिन चुनाव से पहले ही एक-एक करके विपक्षी दल अलग हो रहे हैं. पहले अरविंद केजरीवाल, फिर ममता बनर्जी और अब बिहार में आरजेडी को लेकर भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि इंडिया अलायंस से नाता तोड़ सकता है.
आरजेडी ने इंडिया अलायंस के सामने सीट शेयरिंग को लेकर बड़ी शर्त रख दी है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, लोकसभा चुनाव में महागठबंधन 30 सीट चाहता है. कांग्रेस के लिए 7 सीटों का ऑफर है जबकि बाकी की बची 3 सीटें लेफ्ट को देने का फॉर्मूला तय किया गया है.
11 सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ना चाहती है
सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस से आरजेडी की अभी तक बात नहीं बनी है. कांग्रेस कम से कम 11 सीटों पर बिहार में चुनाव लड़ना चाहती है. जबकि आरजेडी इतनी सीटें देने को तैयार नहीं है. अब 16 मार्च को बिहार कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक होगी, जिसमें सीट शेयरिंग के मुद्दे पर चर्चा होने के साथ ही इसे फाइनल स्टेज पर लाने की तैयारी है.
महागठबंधन से अलग हुए नीतीश कुमार
बता दें कि महागठबंधन से नीतीश कुमार अलग होने के बाद एनडीए में शामिल हो गए थे. उन्होंने एनडीए के समर्थन से फिर सरकार बनाई और सीएम पद की शपथ ली थी. नीतीश कुमार ने महागठबंधन का साथ छोड़ने के बाद कहा था कि मेहनत उनकी सरकार कर रही है, लेकिन सारा क्रेडिट सिर्फ तेजस्वी यादव ले रहे हैं. वहीं तेजस्वी यादव ने भी नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला था.
बिहार में लोकसभा की 40 सीटें
गौरतलब है कि बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं. 2019 के चुनाव में एनडीए ने यहां की 39 सीटों पर जीत दर्ज की थी. तब नीतीश की जेडीयू, बीजेपी और एलजेपी ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. जेडीयू को 16, बीजेपी को 17 और एलजेपी को 3 सीटों पर जीत मिली थी. एक सीट पर कांग्रेस जीती थी.
-भारत एक्सप्रेस
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