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Bihar News: “लोग कह रहे हैं कि पत्थर में प्राण डाले जाएंगे, क्या इतने दिनों से राम बिना प्राण के थे?”, RJD विधायक ने दिया विवादित बयान

RJD MLA Fateh Bahadur: बिहार के आरजेडी विधायक फतेह बहादुर ने प्राण प्रतिष्ठा पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि “सब लो ये कह रहे हैं कि 22 जनवरी को मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी.

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RJD MLA फतेह बहादुर ने दिया विवादित बयान

RJD MLA Fateh Bahadur: अयोध्या में श्री राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी के साथ चल रहा है. 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर का उद्घाटन करेंगे और भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. जिसको लेकर भव्य आयोजन की तैयारी की जा रही है. इसी बीच मंदिर के उद्घाटन को लेकर सियासत भी जमकर हो रही है. बिहार के आरजेडी विधायक फतेह बहादुर ने एक बार फिर से मंदिर को लेकर विवादित बयान दिया है. जिसको लेकर सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया है.

RJD विधायक ने दिया आपत्तिजनक बयान

बिहार के आरजेडी विधायक फतेह बहादुर ने प्राण प्रतिष्ठा पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि “सब लो ये कह रहे हैं कि 22 जनवरी को मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. तो क्या इतने दिनों से राम बिना प्राण के थे?” फतेह बहादुर ने आगे कहा कि “देश को कल्पना की ओर क्यों ले जाया जा रहा है. आस्था दिल में होती है, इसका मतलब ये नहीं है कि एक पत्थर की मूर्ति बनना दें. ये सब बोल रहे हैं कि 22 जनवरी को पत्थर में प्राण डाले जाएंगे, तो क्या इतने दिन से राम बिना प्राण के थे?”

विवादित पोस्टर लगाकर चर्चा में आए थे फतेह बहादुर

बता दें कि इससे पहले भी फतेह बहादुर ने पटना में एक पोस्टर लालू यादव के आवास के बाहर लगवाया था. जिसमें उन्होंने लिखा था कि ‘मंदिर का मतलब मानसिक गुलामी का मार्ग और स्कूल का मतलब होता है जीवन में प्रकाश का रास्ता. जब मंदिर की घंटी बजती है तो हमें संदेश भी देती है कि हम अंधविश्वास, पाखंड मूर्खता और अज्ञानता की ओर बढ़ रहे हैं, जबकि स्कूल की घंटी बजती है तो यह संदेश मिलता है कि हम तर्कपूर्ण ज्ञान और वैज्ञानिकता और प्रकाश की ओर बढ़ रहे हैं. अब तय करना है कि आपको किस और जाना चाहिए?

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10 लाख रुपये इनाम देने की घोषणा

इस पोस्टर का समर्थन बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने भी किया था. उन्होंने कहा था कि फतेह बहादुर ने ये बातें अपनी ओर से नहीं कही थी, बल्कि सावित्री बाई फुले की बातों को दोहराया है, लेकिन कुछ लोगों ने उनके गले की कीमत लगा दी है. चंद्रशेखर ने आगे कहा था कि अब एकलव्य का बेटा अंगूठा दान नहीं देगा, शहीद जगदेव प्रसाद का बेटा अब आहूति नहीं देगा, अब आहूति लेना जानता है.” बता दें कि इस विवादित पोस्टर के बाद हिंदूवादी संगठन हिंदू शिवभवानी सेना ने पोस्टर लगाते हुए ऐलान किया था कि जो भी फतेह बहादुर की जीभ काटकर लाएगा, उसे 10 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा.

-भारत एक्सप्रेस

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