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Waqf Amendment Bill 2024: “मुसलमानों के खिलाफ ये सुनियोजित हमला”, वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर RJD सांसद मनोज झा का बड़ा बयान

राजद सांसद ने कहा, “यह देश बहुत विशाल है, यहां पार्टियां आईं और चली गईं, सरकारें बनीं और बिगड़ीं, लेकिन देश का मिजाज कभी नहीं बदला.

Waqf Amendment Bill 2024

आरजेडी सांसद मनोज झा.

Waqf Amendment Bill 2024: वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर विपक्षी पार्टियां सरकार पर लगातार हमलावर हैं. इस विधेयक को बुधवार (2 अप्रैल) को लोकसभा में पेश किया जाएगा, लेकिन विपक्ष इसे गैर-संवैधानिक और मुस्लिम समुदाय के खिलाफ एक सुनियोजित हमला मान रहा है. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद मनोज झा ने इसे “डॉग व्हिसल पॉलिटिक्स” का उदाहरण बताया.

“मुस्लिम समुदाय पर सुनियोजित हमला”

मनोज झा ने कहा, “पूरा विपक्ष इसके खिलाफ है. हमारी बैठकें हुई हैं और हम इसके विरोध में खड़े हैं क्योंकि यह एक गैर-संविधानिक विधेयक है. यह बिल दरअसल एक प्रकार से मुसलमानों के खिलाफ सुनियोजित हमला है.” राजद सांसद ने कहा कि यह विधेयक ऐसे समय में लाया गया है जब सरकार पहले ही विभिन्न मुद्दों पर विवादों में घिरी हुई है. उन्होंने इसे “डॉग व्हिसल पॉलिटिक्स” से जोड़ा, जिसका मकसद मुस्लिम समुदाय को महसूस कराना है कि वह समाज से बाहर हो रहा है.

उन्होंने कहा, “हमने किसान आंदोलन के दौरान भी कहा था कि आपकी बहुमत है, लेकिन किसी भी चीज को बलात्कारी तरीके से लागू मत कीजिए. आपने वही किया और अंत में उस बिल को वापस लेना पड़ा. वही हश्र होगा इस बिल का भी.” मनोज झा ने यह स्पष्ट किया कि उनका दल और विपक्ष इस बिल के खिलाफ मजबूती से खड़ा रहेगा.

राजद सांसद ने कहा, “यह देश बहुत विशाल है, यहां पार्टियां आईं और चली गईं, सरकारें बनीं और बिगड़ीं, लेकिन देश का मिजाज कभी नहीं बदला. बुधवार को आप देखेंगे कि इसका परिणाम क्या होगा और हम इसके ‘डॉग व्हिसल पॉलिटिक्स’ का पर्दाफाश करेंगे.”

इससे पहले, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने मंगलवार को बताया कि वक्फ संशोधन विधेयक दो अप्रैल (बुधवार) को प्रश्नकाल के तुरंत बाद लोकसभा में पेश किया जाएगा और इसके बाद आठ घंटे तक इस पर व्यापक और विस्तृत चर्चा होगी.

8 घंटे होगी चर्चा

मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “कुछ सदस्य चर्चा के लिए छह घंटे चाहते थे, कुछ चार घंटे, विपक्ष ने 12 घंटे की मांग की. इसके बाद विधेयक पर आठ घंटे की चर्चा के लिए सहमति बनी.” उन्होंने कहा, “सदन की भावना के आधार पर, अध्यक्ष द्वारा इसे बढ़ाने का निर्णय भी लिया जा सकता है.”

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बुधवार को लोकसभा में हंगामेदार सत्र होने की उम्मीद है, क्योंकि विपक्षी सदस्य विवादास्पद विधेयक पर जोरदार विरोध करने को तैयार हैं. संसदीय कार्य मंत्री ने बताया कि वक्फ विधेयक पर संभावित टकराव के संकेत मंगलवार को कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में देखने को मिले.

-भारत एक्सप्रेस



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