फोटो-सोशल मीडिया
Ayodhya: अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन और रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होने के पहले से ही हर धर्म व जाति में लगातार उत्साह का माहौल दिखाई दे रहा है. प्राण-प्रतिष्ठा के बाद से ही अयोध्या में रामलला के दर्शन करने के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है. इसी बीच मंदिर उद्घाटन के पहले से ही मुम्बई से रामलला के दर्शन करने के लिए पैदल यात्रा कर रही शबनम शेख को तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. बुर्का पहन कर राम मंदिर की ओर बढ़ रहीं शबनम को मुस्लिम महिलाओं का विरोध झेलना पड़ा है. फिलहाल इस मामले में पुलिस ने विरोध करने वाली महिलाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है.
बता दें कि शनिवार को शबनम जगदीशपुर पहुंची तो रामभक्तों ने उनका जोरदार स्वागत किया. करीब आधे घंटे रुकने के बाद शबनम अयोध्या के लिए रवाना हो गई. पैदल यात्रा के बीच शबनम का एक वीडियो भी सामने आया है. बता दें कि शबनम 22 जनवरी को हुए राम मंदिर उद्घाटन से पहले से ही मुम्बई से पैदल यात्रा शुरू की थी. कई दिनों से उनका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
🙏 Bahan Shabnam Sheikh ..🙏.,JAI SHRIRAM 🙏🔆 I Request AYODHYA Temple Management, to RESPECT TRUE Devotees like this & & MAINTAIN Sanctity 500 meters Radius from Ramlalla idols. 🙏Keep it Traditional- NO POMP & SHOW- No loud prayers LIKE TIRUMALA Venkateshwara Temple .🙏 pic.twitter.com/BexnucJGBr
— IQ 200,BHARAT Mohan 🔆🚀🚀 (@nrm9093) December 27, 2023
वहीं जैसे ही वह जगदीश पुर से निकलीं कार सवार कुछ मुस्लिम महिलाओं ने शबनम के बुर्का पहनकर यात्रा करने का विरोध किया. इस पर पुलिस ने कार मालिक पर कड़ी कार्रवाई की है और वाहन को सीज कर दिया है. इस सम्बंध में कोतवाल राकेश सिंह ने बताया कि शबनम शेख पर मंगोली गांव के पास जिन कार सवार महिलाओं ने टिप्पणी की थी. उस कार मालिक अरसिद पुत्र लियाकत निवासी रानीगंज के भीखनपुर को पुलिस ने गिरफ्तार कर वाहन को सीज कर दिया है.
38 दिन से चल रही है पैदल
बता दें कि शबनम पिछले 38 दिनों से पैदल चल रही हैं और मुम्बई से अयोध्या की ओर बढ़ रही हैं. शबनम शेख ने कहा कि वो पिछले 38 दिनों से लगातार पैदल चलकर भगवान श्रीराम के दर्शन करने के लिए अयोध्या जा रही हैं. बता दें कि शबनम ने बुर्का पहन रखा है और हाथ मे राम नाम का पोस्टर ले रखा है. वह कहती हैं कि भगवान राम के प्रति उनकी आस्था बचपन से ही है. उनके पिता बचपन से ही परिवार से सभी बच्चों को हिंदू देवी-देवताओं की किस्से-कहानियां सुनाते रहते थे.
शबनम खुद को सनातनी मुस्लिम कहती हैं. वह कहती हैं कि, मैं अपने आप को भारत की सनातनी मुसलमान कहती हूं. मैं मुंबई में जहां पर रहती हूं वो पूरा इलाका हिंदुओं का है और बचपन से मैं उन्ही के बीच पली बढ़ी हूं. मैंने कही न कही अजान से पहले भजन सुना है. जिसका प्रभाव मेरे ऊपर बहुत ज्यादा है.
-भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.