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KALKI Dham Sambhal: श्री कल्कि महोत्सव के पहले दिन 108 कुण्डीय शिलादान महायज्ञ का शुभारंभ, ऐसे उमड़ा श्रद्धा का सैलाब

उत्‍तर प्रदेश के सम्‍भल जनपद में श्री कल्कि महोत्सव का आगाज हो गया है. इसमें देशभर से हजारों श्रद्धालु एवं साधु-संत शरीक हो रहे हैं. इसी महोत्सव के दौरान कल्कि धाम निर्माण-कार्य भी शुरू होगा.

acharya pramod krishnam

कल्कि धाम में आचार्य प्रमोद कृष्णम ने 108 कुण्डीय यज्ञ का अनुष्ठान कराया.

उत्‍तर प्रदेश के सम्‍भल जनपद में स्थित कल्कि धाम में श्री कल्कि महोत्सव का आज से आगाज हो गया. महोत्सव के पहले दिन ऐंचोड़ा कंबोह स्थित श्री कल्कि धाम परिसर में 108 कुंडीय शिलादान महायज्ञ किया गया, जिसमें साधु-संतों ने धर्मगुरु आचार्य प्रमोद कृष्णम के साथ आहुतियां दीं. इस अवसर पर वहां हजारों श्रद्धालु उमड़े.

इस भव्‍य आयोजन में भारत एक्सप्रेस के चेयरमैन, सीएमडी एवं एडिटर-इन-चीफ उपेन्‍द्र राय भी शामिल हुए. आचार्य प्रमोद कृष्णम के साथ उन्‍होंने भी महायज्ञ में आहुति दी. इस आयोजन में मुख्य वेदी पर पीठाधीश्वर के साथ उत्तर प्रदेश महिला आयोग की सदस्य प्रियंका मौर्य, अयोध्या से आए महंत महेंद्र दास, मनिन्द्र जैन ने शिलादान किया. अन्य 107 हवनकुंडों पर साधु-संतों एवं श्रद्धालुओं ने शिलादान किया. सभी शिलाओं को शिला संग्रह स्थल पर एकत्रित किया गया.

सोशल मीडिया पर, आचार्य प्रमोद कृष्णम ने श्री कल्कि धाम का महोत्सव का वीडियो शेयर किया है. उन्होंने पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “श्री कल्कि धाम के निर्माणार्थ, सिर पर शिला रख कर उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, शिलादान महायज्ञ का अद्भुत और मनोरम दृश्य.” इस वीडियो में आचार्य प्रमोद कृष्णम अनेक साधु-संतों एवं श्रद्धालुओं के साथ नजर आ रहे हैं.

PM मोदी ने किया था कल्कि धाम का शिलान्‍यास

बता दें कि इसी साल की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आचार्य प्रमोद कृष्णम के आमंत्रण पर सम्भल जनपद पहुंचे थे और उन्‍होंने कल्कि धाम का शिलान्‍यास किया था.

श्री कल्कि धाम के निर्माण से जुड़े सवाल पर आचार्य प्रमोद कृष्णम बोले, “परमेश्‍वर जहां अवतरित होते हैं, वो धरा धाम बन जाती है. भगवान के पहले के अवतारों को देखें, तो जहां-जहां वो आए, वह धरा धाम बन गई. अगर भगवान राम अयोध्या ना आते तो अयोध्या धाम नहीं होता. श्रीकृष्ण मथुरा-वृंदावन ना आते, तो मथुरा धाम ना होता. गंगा मां, हरिद्वार ना आतीं तो हरिद्वार धाम नहीं होता. इस प्रकार, जहां भगवान आते हैं, उनके श्रीचरण पड़ते हैं, वो धरा धाम बन जाती है. तो इस कांसेप्ट और इस सूत्र को आत्मसात करते हुए 18 वर्ष पूर्व हमने एक संकल्प लिया कि जहां भगवान आए वह धरा धाम बन गई. जहां भगवान आएंगे, वहां भी उसके आने से पहले धाम स्थापित होना चाहिए.”

‘जैसे राममंदिर का उद्घाटन PM ने किया, वैसे ही कल्कि धाम का हो’

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “18 वर्ष पहले लिए गए संकल्प को शक्ति प्रदान करने का अदभुत कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया. यह एक अनूठा संयोग है कि अयोध्या में, जहां भगवान आए वहां भी श्री राम जन्मभूमि के मंदिर के सारे काज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों हुए. वो चाहे राम मंदिर का शिलान्यास हो, उद्घाटन हो, या रामलला के बाल विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा. और, अब जहां भगवान का अगला अवतार होगा, कल्कि के रूप में, वहां भी सारे काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों हों, हम यही चाहते हैं. इसलिए, मैंने जब प्रधानमंत्री जी से अनुरोध किया, तो उन्‍होंने ही कल्कि धाम का शिलान्यास किया.”

आचार्य प्रमोद कृष्णम से हुई विशेष बातचीत का वीडियो भारत एक्सप्रेस न्यूज चैनल पर यहां देखें-

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— भारत एक्सप्रेस



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