Soumya Vishwanathan Murder Case: कल यानी 26 अक्टूबर का दिन टीवी पत्रकार सौम्या विश्वनाथन हत्याकांड केस के लिहाज से अहम होने वाला है. सौम्या विश्वनाथन हत्या कांड के केस में दोषी करार दिए गए सभी अभियुक्तों की सजा पर 26 अक्टूबर को सजा पर बहस होगी. ऐसे में इस केस की परतें एक बार फिर खुल सकती हैं. बता दें कि पिछले हफ्तें ही सभी आरोपियों को दोषी करार दिया है लेकिन यह मामला क्या है चलिए समझाते हैं.
दरअसल, साल 2008 में सौम्या की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. 30 सितंबर 2008 को सौम्या विश्वनाथन को उस समय गोली मारी गई थी, जब वह कार से अपने घर लौट रही थीं. इस हत्याकांड में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था. दोषियों के नाम रवि कपूर, अमित शुक्ला, बलजीत मलिक, अजय कुमार और अजय सेठी हैं. पुलिस ने इन पर मकोका लगाया था.
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बता दें कि रवि कपूर और अमित शुक्ला को आईटी प्रोफेशनलन जिगिशा घोष हत्याकांड में भी दोषी ठहराया जा चुका हैय जिगिशा घोष हत्याकांड में दोनों को निचली अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी, लेकिन उच्च न्यायालय ने मौत की सजा को उम्रकैद में बदल दी थी. गौरतलब है कि पुलिस की तमाम कोशिशों के बाद भी कई महीनों तक इस केस में कुछ हाथ नहीं लग पा रहा था.
वहीं साल 2009 में वसंत विहार के एक कॉल सेंटर में काम करने वाली जिगिशा घोष का अपहरण और उसके बाद मर्डर हो गया. इसी मामले में खोजबीन के दौरान एक सीसीटीवी फुटेज से बलजीत मलिक की फोटो हाथ लगी थी. बलजीत से पूछताछ के बाद केस में रवि कपूर का नाम सामने आया. पुलिस ने कपूर को गिरफ्तार करके दोनों से सख्ती से पूछताछ की तो उसने सौम्या के मर्डर की बात कबूल की. इसके बाद सभी को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मकोका लगा दिया गया था.
-भारत एक्सप्रेस
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