पूजा पाल-राजू पाल (फाइल फोटो-सोशल मीडिया)
UP News: पति राजू पाल के हत्यारों को उम्र कैद की सजा मिलने के बाद उनकी पत्नी व सपा विधायक पूजा पाल प्रयागराज पहुंची हैं. बता दें कि 25 जनवरी 2005 को बसपा विधायक राजू पाल की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में हाल ही में लखनऊ की सीबीआई कोर्ट ने सात आरोपियों को उम्र कैद की सजा दी है. इसी के बाद पूजा पाल अपने हाथ में पति की तस्वीर लेकर उसी मंदिर में पहुंची हैं जो कि राजू पाल का पसंदीदा मंदिर था. इसके बाद पूजा स्मारक स्थल भी पहुंचीं और पति को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी.
बता दें कि पूजा पाल यूपी के कौशांबी जिले के चायल सीट से सपा विधायक हैं. पति के हत्यारों को सजा मिलने के बाद वह नीवां गांव पहुंचीं और उस मंदिर में पूजा की जहां पर राजू पाल हमेशा पूजा करने जाया करते थे. इसके बाद राजू पाल के स्मारक स्थल पहुंचकर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए पूजा पाल ने कहा कि उनको सीबीआई कोर्ट से न्याय मिला है. 19 साल की कानूनी लड़ाई के बाद अब वो खुश हैं. आगे उन्होंने कहा कि कोर्ट के फैसले पर उनको हमेशा से भरोसा था. बता दें कि साल 2005 में हुई इस घटना के बाद पूरे प्रयागराज में बवाल मच गया था. उस समय सपा की सरकार थी और शासन-प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए थे. इस हत्याकांड में पुलिस सीबीसीआईडी की चार्ज शीट में अतीक- अशरफ के साथ ही कुल 17 नाम शामिल थे, जिसमें सीबीआई की चार्ज शीट में 10 नाम थे. तो वहीं इस हत्याकांड को लेकर कुल 30 गवाह पक्ष विपक्ष में मिलाकर शामिल थे.
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खत्म हो गया माफिया अतीक का कुनबा
पूजा पाल ने कहा कि आज माफिया अतीक का साम्राज्य खत्म हो चुका है. जल्द ही पति की हत्या में शामिल अतीक और अशरफ के गुर्गे जेल में होंगे. पूजा ने कहा कि अगर हत्यारोपी हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट भी जाते हैं तो भी वह अपनी जंग जारी रखेंगी. वह बोलीं कि उनको इन 19 सालों में कई बार जान से मारने की धमकी दी गई और केस न लड़ने का दबाव भी बनाया गया लेकिन वह पति को न्याय दिलाने के लिए लड़ाई लड़ती रहीं. बताया जाता है कि अशरफ को राजू पाल ने विधानसभा चुनाव में हरा दिया था. इसी वजह से उसने राजू पाल की हत्या करवा दी थी.
शादी के 9 दिन बाद ही राजू पाल को भून दिया गया था गोलियों से
मालूम हो कि पूजा पाल की शादी राजू पाल से हुई थी और घर में शादी का जश्न का माहौल था. पूजा के हाथ से लगन की मेंहदी भी नहीं छूट पाई थी कि शादी के 9 दिन बाद ही बसपा विधायक राजू पाल को सड़क पर गोलियों से भून दिया गया. हत्या का आरोप माफिया अतीक अहमद और उसके भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ के साथ ही उसके तमाम गुर्गों पर लगा था. राजू पाल की हत्या की ही पैरवी अधिवक्ता उमेश पाल कर रहे थे, जिनको पिछले साल अतीक अहमद ने जेल में रहते हुए मरवा दिया था. उमेश पाल के साथ ही दो सरकारी गनर भी शहीद हो गए थे. हालांकि अतीक अहमद और अशरफ को भी पिछले साल अप्रैल में बदमाशों ने उस वक्त गोली मार दी थी, जब दोनों को मेडिकल जांच के लिए प्रयागराज के एक अस्पताल में ले जाया जा रहा था. दोनों की हत्या के आरोपी जेल में बंद हैं.
इन लोगों को मिली है आजीवन कारावास की सजा
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या हो चुकी तो वहीं अन्य आरोपी जेल में बंद हैं, जिनकी सुनवाई सीबीआई की अदालत में होने के बाद आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. इस हत्याकांड में विधायक सहित तीन लोगों की हत्या की गई थी. हत्याकांड के आरोप में आबिद प्रधान, फरहान, जावेद, गुल हसन, अब्दुल कवी, रंजीत पाल, इसरार को आजीवन कारावास की सजा दी गई है. तो वहीं फरहान को 4 साल की सजा आर्म्स एक्ट तहत भी दी गई है क्योंकि हत्या में जो बंदूक इस्तेमाल हुई वह फरहान के पास से मिली थी.
-भारत एक्सप्रेस