नागपुर पुलिस ने 2,000 रुपये के नोटों को बदलने में शामिल एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. मामले की जांच कर रही पुलिस ने गिरोह में शामिल एक ऐसे शख्स को पकड़ा है, जो RBI कार्यालय के सामने ही मूंगफली बेचता था, जिस पर इस गिरोह का मास्टरमांइड होने का भी आरोप है.
पुलिस ने मूंगफली बेचने वाले नंदलाल मौर्य समेत तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए तीन अन्य लोगों की पहचान रोहित बावने (34), किशोर बहोरिया (30) और अनिल जैन (56) के रूप में हुई है.
गरीबों को काम पर रखता था
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, आरोपियों में से एक नंदलाल मौर्य संविधान स्क्वायर इलाके में एक ठेले पर मूंगफली और अन्य स्नैक्स बेचता है, जहां रिजर्व बैंक का कार्यालय और महाराष्ट्र विधान भवन स्थित है. आरोपी मध्य प्रदेश के जबलपुर का रहने वाला है और माना जा रहा है कि वह इस अपराध का सरगना है.
आरोपी नंदलाल मौर्य 2,000 रुपये के नोटों को बदलने के लिए गरीब पुरुषों और महिलाओं को कमीशन पर रखता था. एक अधिकारी ने रविवार (29 दिसंबर) को बताया कि वे इन नोटों को कानूनी तौर पर 500 रुपये के नोटों में बदलने के लिए RBI को अपना आधार कार्ड की जानकारी देते थे.
19 मई, 2023 को RBI ने 2,000 रुपये के नोटों को प्रचलन से वापस लेने की घोषणा की थी.
गुप्त सूचना पर की कार्रवाई
एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि अनिल जैन ने विभिन्न स्थानों पर स्थित अलग-अलग ग्राहकों से 2,000 रुपये के नोट एकत्र करने के बाद मौर्य को रैकेट चलाने में शामिल कर लिया है. आरोपी मौर्य ने संविधान स्क्वायर स्थित RBI कार्यालय का दौरा किया और 2,000 रुपये के 10 नोटों को सफलतापूर्वक बदल दिया. प्रक्रिया सीखने के बाद, उसने गरीब पुरुषों और महिलाओं को काम पर रखना शुरू कर दिया और उन्हें RBI में नोट बदलने के लिए प्रतिदिन 300 रुपये का कमीशन देने की पेशकश की.
पुलिस ने शनिवार को मौर्य के घर पर छापा मारा और 500 रुपये के 120 नोटों सहित 60,000 रुपये नकद बरामद किए. पुलिस को बावने के पास से 2,000 रुपये का एक नोट और 500 रुपये के 120 नोट समेत 62,500 रुपये और बहोरिया के पास से 500 रुपये के 160 नोट समेत 80,000 रुपये बरामद हुए.
-भारत एक्सप्रेस
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