दिल्ली सरकार की आबकारी नीति में घोटाले के आरोप में गिरफ्तार किए गए मनीष सिसोदिया के मंत्री पद से इस्तीफे के बाद, शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे मंत्री राजकुमार आनंद ने कहा कि दिल्ली के लोगों को अच्छी शिक्षा एवं स्वास्थ्य की सुविधाएं देने का उनकी पार्टी का उद्देश्य अपरिवर्तित रहेगा. प्रभार ग्रहण करने के बाद ‘पीटीआई-भाषा’ से आनंद ने कहा कि उन्होंने सभी विभागों को उनके द्वारा किए गए कार्यों पर पीपीटी तैयार करने को कहा है.
पार्टी का उद्देश्य नहीं बदलेगा
आनंद ने कहा, ‘‘महज नया चेहरा आ जाने से पार्टी का उद्देश्य नहीं बदलेगा. हम हमारे बच्चों को अच्छी शिक्षा और नागरिकों को शीर्ष स्तर की स्वास्थ्य सुविधाएं देना चाहते हैं.’’ दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री ने यह भी कहा कि वह दिन के आखिर में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात करेंगे और ‘‘मुख्यमंत्री जो भी कहेंगे’’ उसके अनुसार कार्य करेंगे. आनंद को उनके मौजूदा विभाग के साथ शिक्षा, भूमि एवं भवन, सतर्कता, सेवा, पर्यटन, कला संस्कृति एवं भाषा, श्रम, रोजगार, स्वास्थ्य एवं उद्योग मामलों के विभाग का कार्यभार मिला है. अपनी नयी भूमिका के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘मैंने विभागों से उनके द्वारा अब तक किए गए कार्यों और भविष्य की परियोजनाओं के बारे में पीपीटी तैयार करने को कहा है ताकि उन पर बेहतर समझ बनाई जा सके.’’
मंत्रिमंडल से दिया इस्तीफा
आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लगातार हमले के बीच एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में दिल्ली के, गिरफ्तार किए गए मंत्रियों मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया. उच्चतम न्यायालय ने सिसोदिया की जमानत याचिका पर विचार करने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि यह एक ‘‘गलत मिसाल’’ स्थापित करेगा और उनके लिए प्रभावी वैकल्पिक उपाय उपलब्ध थे. न्यायालय की व्यवस्था के कुछ देर बाद सिसोदिया और जैन ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. सिसोदिया अब समाप्त हो चुकी आबकारी नीति से जुड़े मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की हिरासत में हैं. नए मंत्रियों की नियुक्ति होने तक सिसोदिया के विभाग कैलाश गहलोत और आनंद को दिए गए हैं.
-भाषा
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