फाइल फोटो.
अयोध्या में बुधवार (1 जनवरी) को नए साल के पहले दिन श्रद्धालुओं की अभूतपूर्व भीड़ देखी गई. खासकर नवनिर्मित राम मंदिर में. पिछले साल 22 जनवरी को मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी. स्थानीय प्रशासन के अनुमान के अनुसार, नए साल की पूर्व संध्या पर अयोध्या में दो लाख से अधिक श्रद्धालु पहले ही शिविर लगा चुके थे. बुधवार की सुबह, लगभग तीन लाख से अधिक लोग राम लला के देवता को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे. भक्तों की उत्सुकता स्पष्ट रूप से देखी जा सकती थी क्योंकि वे साल के पहले दिन सूर्योदय के समय अनावरण की गई मूर्ति के ‘दर्शन’ के लिए कतार में खड़े थे.
अयोध्या तीर्थयात्रियों के लिए प्रमुख गंतव्य
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने एक बयान में कहा कि पूरी दुनिया ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार नया साल मना रही है. उन्होंने बताया कि सर्दियों के मौसम और छुट्टियों के कारण आगंतुकों की संख्या अधिक रही. उन्होंने कहा कि इस मौसम में स्कूल, कोर्ट और कृषि कार्य बंद रहते हैं. लोग अक्सर इस दौरान छुट्टियां मनाते हैं. धीरे-धीरे अयोध्या गोवा, नैनीताल, शिमला या मसूरी जैसे पारंपरिक पर्यटन स्थलों की बजाय तीर्थयात्रियों के लिए एक प्रमुख गंतव्य बन गया है.
अयोध्या प्रशासन ने बड़ी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए शहर को कई सेक्टर और ज़ोन में विभाजित किया. बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि यातायात प्रतिबंध लगाए गए थे और चौबीसों घंटे वाहनों की जांच की जा रही थी.
भक्तों की संख्या में वृद्धि एक दिन पहले ही शुरू हो गई थी. मंगलवार शाम तक दो लाख से अधिक तीर्थयात्री दर्शन कर चुके थे. स्थानीय और बाहरी दोनों तरह के आगंतुकों के शहर में आने से होटल, धर्मशालाएँ और होमस्टे पूरी तरह से बुक हो गए थे.
शहर को सात सुरक्षा क्षेत्रों में बांटा गया
हनुमानगढ़ी मंदिर में भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जहां सुबह की आरती से लेकर शाम की शयन आरती तक भीड़ बनी रही. भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने राम जन्मभूमि मार्ग पर 10 अतिरिक्त आगंतुक दीर्घाएं तैयार की हैं, जिससे दर्शन के लिए लाइनों की संख्या 10 से बढ़कर 20 हो गई है. श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष सुरक्षा उपाय भी लागू किए गए हैं.
अयोध्या के पुलिस उपाधीक्षक आशुतोष तिवारी ने कहा कि शहर को सात सुरक्षा क्षेत्रों और 24 क्षेत्रों में विभाजित किया गया है, प्रत्येक क्षेत्र में वरिष्ठ अधिकारी तैनात किए गए हैं. भीड़भाड़ वाले स्थानों पर नज़र रखने के लिए ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल किया जाता है और भीड़भाड़ से बचने और सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यातायात की आवाजाही को सख्ती से नियंत्रित किया जाता है.
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-भारत एक्सप्रेस
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