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Halal Product: हलाल सर्टिफिकेशन मामले में दर्ज FIR पर पुलिस देगी नोटिस, पूछेगी ये सवाल, सपा नेता बोले- ऐसी संस्थाओं को मिले भारत रत्न

Lucknow: हजरतगंज पुलिस एफआईआर में नामजद संस्थाओं को नोटिस भेजने की तैयारी में जुट गई है. इन संस्थाओं से जवाब मांगा जाएगा.

सांकेतिक फोटो (सोशल मीडिया)

 Halal Product News: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अवैध रूप से ‘हलाल प्रमाणपत्र’ जारी करने के खिलाफ रोक लगा देने के बाद से ही ये मामला चर्चा का केंद्र बना हुआ है. दूसरी ओर इसके खिलाफ दर्ज रिपोर्ट पर अब पुलिस ने भी कठोर कार्रवाई शुरू कर दी है. बता दें कि हलाल प्रोडक्ट पर निर्णायक कदम उठाते हुए एक आदेश जारी कर यूपी सरकार ने हलाल प्रमाणीकरण वाले खाद्य उत्पादों के उत्पादन, भंडारण, वितरण और बिक्री पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है. इसी बीच सपा नेता का बयान सामने आया है और उन्होने हलाल प्रोडक्ट वाली संस्थाओं को भारत रत्न दिए जाने की बात कही है.

बता दें कि शुक्रवार को लखनऊ के ऐशबाग में मोतीझील कॉलोनी के निवासी शैलेंद्र कुमार शर्मा ने हलाल प्रोडक्ट को लेकर शिकायत की थी और हजरतगंज थाने में इसको लेकर मामला दर्ज कराया था. फिलहाल अब रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. साथ ही एफआईआर दर्ज कराने वाले शैलेंद्र शर्मा का भी बयान हजरतगंज पुलिस ने दर्ज कर लिया है. इससे पहले पुलिस ने धर्म विशेष के ग्राहकों को हलाल प्रमाण पत्र उपलब्ध कराकर बिक्री बढ़ाने के लिए लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ कथित रूप से खिलवाड़ करने को लेकर एक कंपनी और कुछ अन्य संगठनों के खिलाफ मामला दर्ज किया था.

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हालांकि कि अब इस मामले में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद हजरतगंज पुलिस एफआईआर में नामजद संस्थाओं को नोटिस भेजने की तैयारी में जुट गई है. हलाल प्रमाण पत्र जारी करने वाली संस्था हलाल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड चेन्नई, जमीयत उलेमा हिंद हलाल ट्रस्ट दिल्ली, हलाल काउंसिल आफ इंडिया मुंबई, जमीयत उलेमा महाराष्ट्र को पुलिस नोटिस देने की तैयारी कर रही है और इन संस्थाओं से जवाब मांगा जाएगा. तो वहीं इस पूरे मामले पर समाजवादी पार्टी के नेता अमीक जमई की ओर से बयान सामने आ रहा है.

उन्होंने कहा है कि हलाल संस्थाओं को भारत रत्न मिलना चाहिए. उन्होंने कहा है कि, ‘हलाल उर्दू शब्द न होता तो हलाल न होता, व्यापार लाने के लिए हलाल संस्थाओं को भारत रत्न मिलना चाहिए, क्योंकि ये लोग लाखों करोड़ों का व्यापार भारत में ला रहे है.’ इसी के साथ सीएम योगी को लेकर बोले कि, “योगी शरीफ आदमी हैं उन्हें व्यापार की समझ नहीं है. पतंजलि अमूल नेश्ले के ज्यादातर प्रोडक्ट हलाल सर्टिफाइड हैं, सबको नोटिस दे दें.” सपा नेता ने ये भी दावा किया कि,” हलाल का शरिया से कोई लेना देना नही है.”

संस्थाओं के लिए तैयार किए गए ये सवाल

हलाल मामले में संस्थाओं से पूछे जाने वाले सवालों को तैयार कर लिया गया है. पुलिस के मुताबिक, हलाल प्रमाण पत्र जारी करने की पूरी प्रक्रिया क्या है, कितनी फीस ली जाती है, हलाल प्रमाण पत्र संस्था कब से जारी कर रही है और कौन-कौन सी कंपनियां उनसे प्रमाण पत्र लेती हैं आदि सवाल पूछे जाएंगे.

इस धारा में दर्ज किया गया है मामला

पुलिस के मुताबिक, हलाल सर्टिफिकेशन मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 120 बी (आपराधिक षड्यंत्र का अपराध), 153ए (धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच वैमनस्यता को बढ़ावा देने), 298 (धार्मिक भावनाएं आहत करने के इरादे से शब्द आदि कहना), 384 (फिरौती), 420 (धोखाधड़ी), 471 (फर्जी दस्तावेज को असली जैसा उपयोग करना) और 505 (लोगों को बेवकूफ बनाने वाले बयान) के तहत केस दर्ज किया गया है.

जमीयत उलमा-ए-हिंद हलाल ट्रस्ट ने आरोपों को बताया निराधार

इस मामले में जमीयत उलमा-ए-हिंद हलाल ट्रस्ट की ओर से बयान सामने आया है, जिसने आरोपों को ‘निराधार’ बताया है. इसी के साथ ट्रस्ट ने बयान जारी करते हुए कहा है कि वह इस तरह की गलत सूचना का मुकाबला करने के लिए आवश्यक कानूनी उपाय करेगा.

-भारत एक्सप्रेस

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