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ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बिजली कटौती पर अधिकारियों की लगाई क्लास

एके शर्मा ने कहा कि विगत वर्षों के सारे रिकार्ड को तोड़कर प्रदेश की विद्युत मांग अप्रत्याशित रूप से बढ़कर 27611 मेगावाट तक पहुंच चुकी है.

ak sharma

यूपी के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री

UP News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की विद्युत व्यवस्था में सुधार के लिए तथा बिजली कटौती और अघोषित शटडाउन को तत्काल बंद करने के लिए ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने लेसा के अधिकारियों की क्लास ली और सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि प्रचण्ड गर्मी और लू के कारण लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसी परिस्थिति में बेवजह बिजली कटौती बर्दाश्त नहीं की जायेगी. उन्होंने कहा कि बेहतर व्यवस्था और मैनेजमेंट की कमियों के कारण विद्युत व्यवस्था बेपटरी हो रही है. विद्युत व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए केन्द्र की रीवैम्प योजना (आरडीएसएस) को शीघ्र धरातल पर उतारा जाए और कार्यों की गुणवत्ता के लिए संबंधित कम्पनियों की जवाबदेही तय की जाए, बार-बार विद्युत व्यवधान होने पर डायरेक्टर तकनीकी की जिम्मेदारी भी तय होगी.

नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के कार्यालय में लेसा के अधिकारियों के साथ बैठक की, इस दौरान उन्होंने विद्युत व्यवस्था के सुधार के लिए अधिकारियों के सुझाव भी जाने. अधिकारियों ने कहा कि उपभोक्ताओं के ज्यादा एसी लगाने से लोड बढ़ रहा, विद्युत व्यवस्था के सुधार और बेहतर मैनेजमेंट के लिए विद्युत उपकेन्द्रों और फीडर की संख्या बढ़ानी होगी. ट्रांसफार्मर का लोड बढ़ाने के साथ इनकी संख्या भी बढ़ानी होगी तथा तकनीकी स्टाफ आदि की कमी को भी दूर करना होगा.

ऊर्जा मंत्री ने लखनऊ की विद्युत व्यवस्था में तत्काल सुधार लाने के निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि विद्युत संबंधी समस्याओं का वास्तविक एवं तकनीकी हल निकालने का प्रयास किया जाए, जिससे कि स्थाई समाधान हो सके. आने वाले समय की चुनौतियों के दृष्टिगत योजना बनाकर कार्य किया जाए एवं राजस्व वसूली पर भी ध्यान दें. उपभोक्ताओं को समय पर बिल देने के लिए प्रोत्साहित करें तथा बकायेदारों पर भी कार्यवाही करें.

अधिकारी बिजली चोरी पर पूर्ण अंकुश लगायें. कहा पर बिजली चोरी हो रही है जेई व एई को यह सब मालूम होता है, विद्युत चोरी तो पकड़ी जा रही लेकिन सेटलमेंट हो जाता है. बिना कनेक्शन के बिजली का उपभोग करने वाले और कटियाबाजों व बिजली चोरी करने वालों के कारण अचानक बिजली की मांग बढ़ जाती है और विद्युत व्यवस्था में व्यवधान होने लगता है. जिसको रोकने के प्रयास किये जा रहे हैं लेकिन शिकायतें आ रही हैं कि चेकिंग के नाम पर उपभोक्ताओं से दुर्व्यवहार किया जा रहा है. ऐसे अधिकारी अपनी कार्य संस्कृति में बदलाव लायें नहीं तो बदसलूकी करने वाले दण्डित किये जायेंगे.

कनेक्शन देने में उपभोक्ताओं को बेवजह परेशान किया जा रहा, एक-एक व्यक्ति के लिए स्टीमेट बनाया जा रहा है. ऊर्जा मंत्री ने एक निर्धारित समय में ही शटडाउन लेने के लिए कहा, जिससे कि उपभोक्ताओं का समस्या न हो. उन्होंने कहा कि जब पीक ऑवर होता है उस समय भी शटडाउन लिया जा रहा. कहीं पर ट्रांसफार्मर में तेल डालने के लिए तो कहीं अनावश्यक अनुरक्षण कार्य के लिए शटडाउन लिया जाता है. ट्रांसफार्मर में जब साल में एक बार ही तेल पड़ता है तो पीक या बिपरीत समय में ही शटडाउन क्यों लिया जा रहा.

एके शर्मा ने कहा कि विगत वर्षों के सारे रिकार्ड को तोड़कर प्रदेश की विद्युत मांग अप्रत्याशित रूप से बढ़कर 27611 मेगावाट तक पहुंच चुकी है. यही नहीं पीक आवर जो पहले 15 मिनट से 30 मिनट का होता था वह अब 03 से 04 घंटे तक बना रहता है, इस समय रात 12 बजे से लेकर 04 बजे तक पीक आवर रहता है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी क्षेत्रों को निर्धारित रोस्टर के अनुरूप विद्युत आपूर्ति की जा रही है, आने वाले समय में भी उपभोक्ताओं को किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी. ग्रामीण क्षेत्रों के लिए व्यवस्था की गई है कि उनके 18 घंटे के विद्युत आपूर्ति के रोस्टर में व्यवधान आने पर उसकी पूर्ति की जायेगी और हरहाल में ग्रामीण रोस्टर को बनाये रखने का प्रयास किया जायेगा.

-भारत एक्सप्रेस

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