पुलिस कमिश्नर से मिला अखिलेश यादव का प्रतिनिधि मंडल
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के कानपुर में सपा विधायक इरफान सोलंकी के मामले में अखिलेश यादव के डेलिगेशन ने पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की. डेलिगेशन ने बीजेपी सरकार और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल करते हुए गंभीर आरोप लगाए है. उन्होंने कहा कि इरफान के घर पर दबिश देने गए पुलिसवाले नशे में थे. जिनकी जांच की जानी चाहिए. डेलिगेशन ने उन्हें वह सीसीटीवी फुटेज दिखाया जिसमें बच्चे आतिशबाजी करते हुए दिखाई दे रहे हैं.
इरफान सोलंकी पर मामला दर्ज
डेलिगेशन ने दावा किया कि इस आतिशबाजी की वजह से ही महिला के घर में आग लगी थी. डेलिगेशन की अगुवाई कर रहे सपा विधायक व विधानसभा सचेतक मनोज पांडे ने बताया कि पीड़िता ने विधायक के भाई रिजवान सोलंकी पर गंभीर आरोप लगाया था. उन्होंने कहा कि पूरे मामले में पीड़िता का जो बयान सामने आया था उसमें इरफान सोलंकी का कहीं नाम नहीं हैं. इसके बाद भी इरफान सोलंकी पर मामला दर्ज किया गया बल्कि विधायक होने के बावजूद उनके घर पर दबिश भी दी गई जैसे किसी अपराधी के घर में दी जाती है.
पुलिस गेट फांद कर कमरों में घुसी
डेलिगेशन ने बीजेपी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार के मंत्री कोर्ट से फाइल लेकर भाग जाते हैं पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती हैं. वहीं झूठे मामले में इरफान सोलंकी का नाम आने पर उन पर तत्काल कार्रवाई की गई. उन्होंने आरोप लागया कि 25 गाड़ियों से पहुंची पुलिस गेट फांद कर कमरों में घुसी. इसके बाद घरवालों से बदतमीजी की गई . इतना ही नहीं उनकी गाड़ियां और ड्राइवर अपने साथ लेकर चली गई. जब विधायक ही सुरक्षित नहीं है तो जनता क्या क्या सुरक्षित होगी.
यहां खड़ी गाड़ी पलट जाती है- सपा नेता
डेलिगेशन ने पुलिस कमिश्नर से मिलकर मांग की है कि नशे की हालत में इरफान के घर दबिश देने गए पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. वहीं विधायक के सरेंडर करने के सवाल पर कहा कि ये कानपुर है, यहां खड़ी गाड़ी पलट जाती है. उस दिन भी गाड़ी पलट सकती थी. विधायक के साथ अनहोनी हो सकती थी इसलिए उन्होंने अपनी जान बचाई है. कोई गलत काम नहीं किया है.
-भारत एक्सप्रेस