खदीजा मसूद (फोटो-सोशल मीडिया)
UP Nikay Chunav: नगर निकाय चुनाव को लेकर राजनीतिक दल अपनी-अपनी गणित लगाने लगे हैं. कोई ब्राह्मण, तो कोई ओबीसी और मुस्लिम वोट साधने के लिए अपने-अपने समीकरण साधने में लगा है. इसी बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने सहारनपुर से इमरान मसूद की भाभी खदीजा मसूद को मेयर प्रत्याशी घोषित कर बड़ा दांव खेला है. अब बसपा खदीजा के सहारे यहां मुस्लिम वोट साधेगी.
यहां महापौर का पद महिला के लिए आरक्षित होते ही बसपा ने इमरान मसूद की पत्नी सायमा को प्रत्याशी घोषित करने का मन बनाया था, लेकिन अब बसपा के साथ ही काजी घराने ने भी मन बदल लिया है और खदीजा को आगे किया है. खदीजा मसूद के नाम को लेकर बसपा के पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी शमशुद्दीन राईन ने इमरान मसूद के आवास पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सहारनपुर नगर निगम चुनाव में महापौर पद के लिए पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित सीट पर शाजान मसूद की पत्नी खदीजा मसूद के नाम की घोषणा की गई है. इस मौके पर पत्रकारों ने बसपा में गुटबाजी के बारे में पूछा तो राईन ने जवाब दिया कि पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है.
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भाभी को लेकर इमरान मसूद ने कही बड़ी बात
बसपा के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संयोजक इमरान मसूद ने भाभी को लेकर दावा किया कि जीत उनकी ही होगी और इस बार नगर निगम में सब कुछ नीला ही होगा.
जाने खदीजा मसूद के बारे में
खदीजा मसूद पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. काजी रशीद मसूद के पुत्र शाजान मसूद की पत्नी हैं. खदीजा मुस्लिम समाज के पिछड़े वर्ग से ताल्लुक रखती हैं. अगर मसूद परिवार के राजनीतिक इतिहास को देखा जाए तो मसूद परिवार पूरी तरह से राजनीति में सक्रिय रहा है. इस घराने की महिलाओं ने राजनीति में ज्यादा भागीदारी नहीं की है, लेकिन गंगोह नगर पालिका में रहने वाले इमरान मसूद के जुड़वा भाई नौमान मसूद की पत्नी शाजिया मसूद एक बार वार्ड सभासद का चुनाव लड़ी थीं, लेकिन वह राजनीति में सक्रिय नहीं रहीं. इसके बाद अब यह पहला मौका होगा जब महापौर चुनाव में मसूद परिवार की कोई महिला राजनीति में उतरेगी.
-भारत एक्सप्रेस