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UP Politics: सारस मामले में सपा और ‘योगी सरकार’ में छिड़ा संग्राम, वन मंत्री ने कहा- अखिलेश के सारे आरोप गलत

UP News: वन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि सारस पक्षी विहार से फिर कहीं और चला गया था जिसे फिर पक्षी विहार भेज दिया गया है और उसकी निगरानी और देखभाल की जा रही है.

वन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना (ऊपर) सारस के साथ अखिलेश यादव (नीचे)

UP Politics: सारस मामले में सपा और योगी सरकार के बीच संग्राम छिड़ गया है. 22 मार्च को प्रेस कांफ्रेंस कर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सारस की सुरक्षा को लेकर यूपी सरकार को घेरा और तमाम आरोप लगाए तो 23 मार्च को वन मंत्री ने अखिलेश के सारे आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि “सारस पक्षी विहार से फिर कहीं और चला गया था, जिसे फिर से पक्षी विहार भेज दिया गया है और उसकी निगरानी और देखभाल की जा रही है.”

यूपी सरकार के वन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने भारत एक्सप्रेस से खास बातचीत में बताया कि भाजपा से बड़ा प्रेमी कोई नहीं हो सकता. वन मंत्री ने कहा कि सारस पक्षी विहार से फिर कहीं और चला गया था जिसे फिर पक्षी विहार भेज दिया गया है और उसकी निगरानी और देखभाल की जा रही है. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि अखिलेश के सारे आरोप गलत और बेबुनियाद हैं.

बता दें कि आज सुबह एक खबर आई कि आरिफ के दोस्त सारस को जिस बर्ड सेंक्चुरी में देखा गया था, वो खो गया है और मिल नहीं रहा है. इसके बाद प्रशासन सकते में आ गया था. आरिफ समेत बाकी लोगों को भी इस सारस की चिंता होने लगी थी.

लोगों ने सोशल मीडिया पर लिखकर सारस के बारे में अपनी चिंता जताई थी. अब खबर आ रही है कि खोया हुआ सारस मिल गया है. सारस सुरक्षित है और उसे एक घर में रखा गया है. बर्ड सेंक्चुरी से निकला ये सारस कुछ लोगों को मिला. वे सारस को अपने घर ले आए, उसे दाना-पानी दिया. इसका वीडियो खुद अखिलेश यादव ने शेयर किया है. साथ में बताया कि सारस को ‘बी सैया’ नाम के गांव के लोगों ने बचाया है. अखिलेश ने एक वीडियो शेयर किया. इसमें कुछ लोग सारस के साथ खड़े हैं और उसे खाना खिला रहे हैं. साथ में कहते नजर आ रहे हैं कि पक्षी विहार वाले भी इसे नहीं संभाल पा रहे थे.

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जाने क्या है मामला

बता दें कि अमेठी में आरिफ और सारस की दोस्ती सोशल मीडिया पर खूब चर्चा बटोर रही थी. इसी के बाद अखिलेश यादव 5 मार्च को उनसे मिलने चले गए और सारस के साथ जमकर फोटो खिंचवाई थी. इसी के बाद सारस को पक्षी विहार भेज दिया गया था. इस पर अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि मेरे मिलने का नतीजा था कि यूपी सरकार ने सारस क़ो आरिफ से अलग कर दिया. यूपी सरकार पर हमलावार होने के बाद अखिलेश ने एक और ट्वीट किया कि वन विभाग ने सारस की देखभाल नहीं की और सारस रायबरेली के बीसैया गांव पहुंच गया और लोगों ने वहां उसकी देखभाल कर प्रेम का परिचय दिया. अखिलेश यादव ने ट्वीट किया की भाजपा समय रहते प्रेम से बड़ी सत्ता कोई नहीं हो सकती अगर भाजपाई समय रहते समझ जाते तो उनके अंदर नफरत कम हो जाती. इसी के साथ अखिलेश ने ये भी आरोप लगाया था कि वह जिससे भी मिलने जाते हैं. योगी सरकार उससे उनसे दूर कर देती है.

-भारत एक्सप्रेस

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