सपा प्रमुख अखिलेश यादव (फोटो-ANI)
UPGIS 2023: यूपी की राजधानी लखनऊ में जहां एक ओर ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS-2023) का आयोजन किया जा रहा है और विदेशों से मेहमान आए हैं, तो वहीं विपक्षी दलों का लगातार हमला जारी है. सपा सुप्रीम अखिलेश यादव के साथ ही कांग्रेस भी भाजपा सरकार पर हमलावर दिख रही है. 2018 में हुए इन्वेस्टर्स समिट की खामियां गिनाने में जुटी है और प्रदेश सरकार पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगा रही है.
अखिलेश ने कहा, “विनाश की ओर ले जा रही है भाजपा”
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, भाजपा सरकार प्रदेश को विकास के बजाए विनाश की ओर ले जा रही है. जनता को ठगने और दिखावे के लिए उद्योगपतियों से एमओयू साइन किया जा रहा है. ये सरकार ऐसी कम्पनियों से एमओयू साइन कर रही है, जो एक कमरे में चल रही है. इसी के साथ अखिलेश ने 2018 में हुए समिट को टारगेट करते हुए कहा कि पिछले समिट में 5 लाख करोड़ रुपए के एमओयू साइन करने का दावा किया था, लेकिन जमीन पर कुछ भी नहीं हुआ. इसके साथ ही अखिलेश ने ये भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार सूट-टाई पहने किसी भी व्यक्ति के साथ एमओयू साइन कर लेती है, क्योंकि इसके लिए पैसे की जरूरत नहीं है.
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कांग्रेस ने कहा, “सरकार बताए कौन से एजेंसियां हैं”
तो वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने योगी सरकार पर आरोप लगाया कि जनता के पैसे का इस्तेमाल जनता को गुमराह करने के लिए किया जा रहा है. समिट के लिए इन्वेस्ट मैनेजमेंट एजेंसियों को नियुक्त किया गया है. सरकार को बताना चाहिए कि ये कौन सी एजेंसियां हैं, इन्हें कैसे नियुक्त किया गया है और इन्हें कितना भुगतान किया गया है. कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि, इसी तरह का सम्मेलन 2018 फरवरी में भी लखनऊ में ही आयोजित हुआ था, जिसमें करीब 4.28 लाख करोड़ रुपए के निवेश के लिए 1,045 कम्पनियों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए थे. जबकि इनमें से 371 कम्पनियां ही भूमि पूजन के लिए आईं थी, जिनमें से मात्र 106 या कुल नौ प्रतिशत कम्पनियां ही व्यवसायिक रूप से काम करने में सक्षम हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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