आचार्य प्रमोद कृष्णम और सैम पित्रोदा
कांग्रेस के पूर्व नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सैम पित्रोदा के बयान को लेकर राहुल गांधी पर निशाना साधा है. सैम पित्रोदा के हाल ही में दिए एक बयान पर जहां हंगामा मचा हुआ है और पीएम मोदी ने भी अपनी चुनावी सभा में पित्रोदा के बयान को लेकर जहां नाराजगी जताई है. वहीं आचार्य प्रमोद कृष्णम ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि सैम पित्रोदा वही बोलते हैं जो राहुल गांधी चाहते हैं.
क्या बोले आचार्य प्रमोद कृष्णम
पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “सैम पित्रोदा का बयान उनका नहीं राहुल गांधी का बयान है. वे वही बोलते हैं जो राहुल गांधी चाहते हैं. सैम पित्रोदा के बयान से महात्मा गांधी की आत्मा दुखी हो रही होगी, रो रही होगी. मैं प्रधानमंत्री मोदी से अपील करूंगा कि ऐसे बयानों को देश के खिलाफ मानते हुए ऐसे लोगों के खिलाफ, इनकी पार्टी के खिलाफ, ऐसी सोच के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.”
पित्रोदा ने भारतीयों को लेकर दिया ये विवादित बयान
सैम पित्रोदा ने भारतीयों को लेकर विवादित बयान दिया है. भारतीयों के खिलाफ सैम ने नस्लीय टिप्पणी करते हुए कहा कि उत्तर भारत के लोग तो सफेद गोरे जैसे नजर आते हैं, जबकि पूर्वी भारत के लोग चाइनीज जैसे दिखते हैं. वहीं अपने बयान में पित्रोदा ने आगे कहा कि दक्षिण भारतीय लोग अफ्रीकी जैसे और पश्चिम भारत के लोग अरब के लोगों जैसे दिखते हैं. भारत जैसे विविधता वाले देश में फिर भी सभी एक साथ रहते हैं.
पीएम ने कहा शहजादे के अंकल ने…
सैम पित्रोदा के बयान को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘मैं अपने साथी भारतीयों का अपमान बर्दाश्त नहीं करूंगा. मैं आज बहुत गुस्से में हूं, मेरे देश को गाली दी, इसलिए गुस्सा आ रहा.’ तेलंगाना के वारंगल में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘अमेरिका में शहजादे के एक अंकल रहते हैं. ये शहजादे के अंकल इनके फिलोसोफर गाइड है, वह क्रिकेट में आजकल थर्ड अम्पायर होता है न, कोई कन्फ्यूजन हुआ तो उनको पूछते है, वैसे ही शहजादे को जब कन्फूशन होता है तो ये थर्ड प्लेयर से सलाह लेते हैं. शहजादे के अंकल ने एक बड़ा रहस्य खोला है. उसने कहा है कि जिनकी चमड़ी का रंग काला होता है, ये सब अफ्रीका के हैं.’
विरासत कर पर दिए बयान से भी मचा था हंगामा
सैम पित्रोदा ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा था कि अमेरिका में विरासत कर एक दिलचस्प कानून है और यह ऐसे मुद्दे हो सकते हैं, जिन पर लोग बहस और चर्चा कर सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘अमेरिका में विरासत कर है. अगर किसी के पास 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति है और जब वह मर जाता है, तो वह केवल 45 प्रतिशत अपने बच्चों को ट्रांसफर कर सकता है और 55% सरकार को जाता है. यह एक दिलचस्प कानून है.’
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वहीं उन्होंने आगे कहा कि भारत में आपके पास यह (ऐसा कानून) नहीं है. अगर किसी की संपत्ति 10 अरब है और उसका निधन हो जाता है, तो उसके बच्चों को 10 अरब मिलते हैं और लोगों को कुछ नहीं मिलता. तो, ये ऐसे मुद्दे हैं जिन पर लोगों को बहस और चर्चा करनी होगी.’ पित्रोदा ने आगे ये भी कहा है, ‘मुझे नहीं पता कि अंत में निष्कर्ष क्या होगा, लेकिन जब हम धन के रीडिस्ट्रीब्यूशन के बारे में बात करते हैं तो हम नई नीतियों और नए कार्यक्रमों के बारे में बात कर रहे हैं, जो लोगों के हित में है, न कि केवल अति-अमीरों के हित में.’
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