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Deepak Boxer: कौन है महफूज खान उर्फ ​​भूरा दलाल ? जिसने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के करीबी दीपक बॉक्सर का बनवाया फर्जी पासपोर्ट, कानून समझने के लिए LLB की थी पढ़ाई

Deepak Boxer: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के करीबी दीपक बॉक्सर (Deepak Boxer) का फर्जी पासपोर्ट बनवाने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया है. महफूज खान उर्फ ​​भूरा दलाल नाम के शख्स ने बॉक्सर का फर्जी पासपोर्ट बनवाने में मदद की थी. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उसे रोहिणी के इलाके से गिरफ्तार किया है. आरोपी भूरा दलाल के पास से 15 पासपोर्ट, 7 आधार कार्ड, 7 पैन कार्ड और 6 वोटर कार्ड जब्त किए गए हैं.

बता दें कि दीपक बाक्सर (Deepak Boxer) का फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले महफूज खान (Mahfuz Khan) को लेकर स्पेशल सेल (Special cell) ने कई जगहों पर छापेमारी की थी. पूछताछ करने पर पता चला कि वह मुरादाबाद का रहने वाला है. बॉक्सर के फर्जी पासपोर्ट (Fake Passport) को मंजूरी देने वाले मुरादाबाद पुलिस के सिपाही को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के मुताबिक कुख्यात दीपक बॉक्सर ने फर्जी पासपोर्ट बनवाने को अनपढ़ बनकर आवेदन किया था. उसने रवि आंतिल (Ravi Aantil) के नाम से पंजीकरण कर फर्जी दस्तावेज लगाए और पुलिस ने भी उसे वेरिफिकेशन में सही बताकर पासपोर्ट कार्यालय को रिपोर्ट सौंप दी. इसके बाद उसका पासपोर्ट बन गया.

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कौन है महफूज खान उर्फ ​​भूरा दलाल ?

महफूज खान (Mahfuz Khan) उर्फ ​​भूरा दलाल हिंदू कॉलेज मुरादाबाद (Hindu College Moradabad) से राजनीति शास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएट है. अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद उसने कटरा, जम्मू, अमृतसर, बेंगलुरु, सूरत और भारत के अन्य स्थानों में माता की चुन्नी का बिजनेस किया. 2014 में जब उसकी पत्नी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हुई तब उसने यह काम छोड़ दिया और “लिमरा टूर एंड ट्रैवल्स” (Limra And Travels) के नाम से इंदिरा चौक मुरादाबाद में एक कार्यालय खोला. जहां उसने हज और उमरा के लिए सऊदी अरब (Saudi Arab) जाने के इच्छुक लोगों के लिए पासपोर्ट आवेदन करना शुरू कर दिया. जिसके बाद उसने धीरे-धीरे पासपोर्ट एजंटों के साथ संबंध बिठा लिए.

राजनीति शास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएट कर चुके महफूज ने 2016 से 2017 में कानून की जानकारी के लिए एलएलबी में एडमिशन लिया. उसे अपने अवैध कारोबार में कानूनी समस्या के चलते वकालत की पढ़ाई की. जिसके बाद उसने मात्र 2 सालों में पढ़ाई छोड़ दी. कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान उसने अपना ऑफिस बंद कर दिया। उसने अपना ऑनलाइन काम जारी रखा, क्योंकि उसने ग्राहकों का एक बड़ा नेटवर्क तैयार कर लिया था.

– भारत एक्सप्रेस

 

Rahul Singh

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