विनेश फोगाट और नरेंद्र मोदी. (फोटो: IANS/PIB)
पेरिस ओलंपिक 2024 में अपना लोहा मनवाने वाली भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट फाइनल में अपने वजन की वजह से सोने के तमगे से वंचित रह गईं थी, लेकिन आज वो फिर चर्चा का विषय बनी हुईं है. इस बार वो अखाड़े की वजह नहीं है बल्कि उनका दिया गया बयान ही शोर मचा रहा है.
एक साक्षात्कार देते वक्त विनेश ने बताया कि फाइनल में अयोग्य घोषित होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनसे बात करना चाहते थे, लेकिन उन्होंने बात करने से इनकार कर दिया.
गौरतलब हो कि पेरिस ओलंपिक से लौटने के बाद विनेश फोगाट ने कुश्ती से सन्यास ले लिया और राजनीति में नई पारी की शुरूआत करने जा रहीं हैं, विनेश फोगाट हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर जुलाना से चुनाव लड़ेंगी.
राजनीतिक मकसद नहीं आया पसंद
विनेश ने पेरिस ओलंपिक का जिक्र करते हुए कहा कि मेरी भावनाओं और पदक जीतने के मेरे प्रयासों का इस्तेमाल राजनीतिक मकसद के लिए किया जाना मुझे पसंद नहीं था. फोगाट ने पीएम मोदी की कॉल का जिक्र करते हुए कहा कि “मुझे प्रधानमंत्री का फोन आया, लेकिन मैंने उनसे बात करने से इनकार कर दिया. मुझे सीधे प्रधानमंत्री मोदी का फोन नहीं आया था, बल्कि खेल गांव में मौजूद भारतीय अधिकारियों ने बताया कि मोदी मुझसे बात करना चाहते हैं. मैंने इसके लिए हां कर दी.
पीएम को नहीं है एथलीटों की परवाह
फिर उन्होंने एक शर्त रखी. उन्होंने कहा कि, “मेरी टीम का कोई व्यक्ति आपके साथ रहेगा. वे आपकी बातचीत रिकॉर्ड करेंगे और सोशल मीडिया पर शेयर करेंगे”. आगे फोगाट ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि “अगर उन्हें वास्तव में एथलीटों की परवाह होती, तो वे बिना रिकॉर्ड किए भी बात कर सकते थे. अगर उन्होंने शर्त नहीं रखी होती तो मैं उनसे जरूर बात करती”
विनेश ने संभावना जताते हुए बताया कि “शायद उन्हें लगा होगा कि मैं पिछले दो सालों के बारे में बात कर सकती हूं. इसलिए उन्होंने शर्त रखी कि मेरी तरफ से कोई भी साथ नहीं होना चाहिए और वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए उनकी तरफ से कोई होगा. अगर मेरी तरफ से कोई रिकॉर्ड नहीं करता, तो वे अपनी मर्जी से कुछ भी एडिट करके डाल देते. अगर मेरी तरफ से कोई रिकॉर्ड करता, तो ओरिजिनल वीडियो कहीं भी शेयर हो सकता है, इसलिए उन्होंने शर्त रखी होगी.”
-भारत एक्सप्रेस