
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से सीजफायर को लेकर बातचीत की. इस दौरान जेलेंस्की ने रूस पर आरोप लगाया कि युद्ध विराम के प्रस्ताव को मानने के बाद भी रूस ने यूक्रेन पर हमले जारी रखे, जिसमें बुनियादी ढांचा और अस्पताल भी निशाना बने. जेलेंस्की के अनुसार, रूस की ओर से हमले की शुरुआत ट्रंप और पुतिन के बीच फोन पर बातचीत के कुछ घंटों बाद हुई थी.
मंगलवार, 18 मार्च 2025 को ट्रंप और पुतिन के बीच हुई एक फोन बातचीत के दौरान, पुतिन ने ट्रंप के उस प्रस्ताव पर सहमति जताई, जिसमें दोनों देशों को 30 दिनों के लिए एक-दूसरे के ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर हमले रोकने का आग्रह किया गया था. हालांकि, पुतिन ने इसके साथ कुछ शर्तें भी रखीं. पुतिन ने स्पष्ट किया कि अगर यूक्रेन युद्ध विराम का उपयोग अपने सैनिकों को इकट्ठा करने, प्रशिक्षण देने या सैन्य सहायता प्राप्त करने के लिए करेगा तो यह प्रस्ताव प्रभावी नहीं होगा.
जेलेंस्की की प्रतिक्रिया और आगे की योजना
व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज ने इस मामले को लेकर घोषणा की कि अगले कुछ दिनों में अमेरिका और रूस के अधिकारी सऊदी अरब के रियाद में मिलकर सीजफायर को लागू करने पर चर्चा करेंगे. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यह अभी स्पष्ट नहीं है कि यूक्रेन के अधिकारी उस वार्ता में शामिल होंगे या नहीं. जेलेंस्की ने इस बातचीत के बाद ट्रंप से यह जानने की कोशिश की कि पुतिन और ट्रंप के बीच सीजफायर पर क्या चर्चा हुई, ताकि वे भविष्य की रणनीति तय कर सकें.
व्हाइट हाउस के मुताबिक, ट्रंप और पुतिन दोनों इस बात पर सहमत हुए हैं कि युद्ध को खत्म किया जाना चाहिए और स्थायी शांति के लिए प्रयास किए जाने चाहिए. हालांकि, पुतिन ने चेतावनी दी है कि यदि यूक्रेन के सहयोगी उसे खुफिया सहायता देना जारी रखते हैं, तो युद्ध जारी रहेगा.
-भारत एक्सप्रेस
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