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Disproportionate Assets Case: CBI ने ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के पूर्व अधिकारी के विरुद्ध दर्ज किया बेहिसाब संपत्ति का केस

CBI इस मामले की विस्तृत जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपियों ने यह संपत्ति किन स्रोतों और तरीकों से अर्जित की. संभावना है कि आने वाले दिनों में और भी संपत्तियों और लेन-देन का खुलासा हो सकता है.

Bihar

CBI - सांकेतिक फोटो

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने तेलंगाना के मेडक स्थित ऑर्डनेंस फैक्ट्री में कार्यरत रहे तत्कालीन स्टोर्स इंचार्ज और उनकी पत्नी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति (Disproportionate Assets) का मामला दर्ज किया है. यह मामला 9 जून 2025 को दर्ज किया गया.

CBI की प्रारंभिक जांच के अनुसार, गोपाल माशेट्टी, जो उस समय ओएफएमके स्केल-04 अधिकारी के रूप में कार्यरत थे, ने 1 जनवरी 2010 से 30 जून 2024 की जांच अवधि के दौरान अपनी आय से अधिक ₹2.17 करोड़ (₹2,17,60,582) की संपत्ति अर्जित की. आरोप है कि उन्होंने यह संपत्ति जानबूझकर अपनी वैध आय से परे जाकर अवैध तरीकों से अर्जित की, जिसका वे संतोषजनक हिसाब नहीं दे सके हैं.

CBI ने इस मामले में तीन अलग-अलग स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया, जो तेलंगाना में स्थित थे. इन छापों के दौरान 338 दस्तावेज बरामद किए गए, जो कई अचल संपत्तियों से संबंधित हैं.

एफआईआर में नामजद आरोपी:
1.गोपाल माशेट्टी, तत्कालीन स्टोर्स इंचार्ज, OFMK स्केल-04 अधिकारी, ऑर्डनेंस फैक्ट्री, मेडक, तेलंगाना
2.अरुणा माशेट्टी, (आरोपी की पत्नी)

CBI इस मामले की विस्तृत जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपियों ने यह संपत्ति किन स्रोतों और तरीकों से अर्जित की. संभावना है कि आने वाले दिनों में और भी संपत्तियों और लेन-देन का खुलासा हो सकता है.

यह मामला एक बार फिर सरकारी पदों पर बैठे अधिकारियों की जवाबदेही और पारदर्शिता के सवालों को उजागर करता है. CBI की जांच से यह स्पष्ट संदेश जाता है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई सख्ती से जारी रहेगी.



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