दलित परिवार पर सितम
कोलार (कर्नाटक) – हमारे देश में लगातार धर्म और जाति के नाम पर घटनाएं सामने आती रहती है. वहीं एक मामला कोलार जिले के उलेराहल्ली गांव से आया है.जहां एक दलित लड़के पर इसलिए जुर्माना लगा दिया गया है क्योंकि उसने भगवान की मूर्ति को छू लिया था. कर्नाटक पुलिस ने राज्य के कोलार जिले में भगवान की मूर्ति को छूने के आरोप में एक दलित लड़के के परिवार पर 60,000 रुपये का जुर्माना लगाया. इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
गिरफ्तार लोगों की पहचान नारायणस्वामी, रमेश आर., चलापति, मोहन राव और चिन्नाय्या के नाम पर हुई है.बताया जा रहा है कि जुलूस के दौरान निकाली जाने वाली मूर्ति को छूने पर आरोपियों ने दलित लड़के चेतन की पिटाई की थी.
इस घटना के बाद गांव के बुर्जुगों ने लड़के के मां को फोन किया और बताया कि उसके बेटे ने भगवान की मूर्ति को छू लिया है, इसलिए वह नए सिरे से फिर से जुलूस निकालेंगे. लेकिन इसके लिए उन्हें सजा के तौर पर 60,000 रुपये देना पड़ेगा. साथ ही धमकी दी कि जुर्माना नहीं भरने पर उनका बहिष्कार किया जाएगा.
अधिकारियों ने शुरू में इस घटना से मुंह फेर लिया. लेकिन विवाद बढ़ने पर उन्होंने मंदिर का ताला तोड़कर दलित परिवारों को देवता के दर्शन करने की अनुमति दी. मलूर कांग्रेस विधायक के.वाई. नंजे गौड़ा ने दलित लड़के के परिवार से मुलाकात की और सुरक्षा का आश्वासन दिया.
स्थानीय निवासियों ने कहा कि एक मंदिर का निर्माण कार्य किया गया था और इसी पृष्ठभूमि में, ग्रामीणों ने गांव में त्योहार मनाने का फैसला किया था. गांव के लीडरों ने दलित लड़के के परिवार से कहा था कि वे तब तक गांव में प्रवेश न करें, जब तक कि वे जुर्माना राशि नहीं कर देते हैं.
-आईएएनएस / भारत एक्सप्रेस
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