
थोक मूल्य सूचकांक में आई गिरावट.

RBI Policy: भारत की खुदरा महंगाई दर मार्च 2025 में गिरकर 3.34% पर आ गई है, जो कि अगस्त 2019 के बाद का सबसे निचला स्तर है. यह गिरावट मुख्य रूप से सब्जियों की कीमतों में कमी के कारण दर्ज की गई है. यह जानकारी सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी की गई.
खाद्य और पेय पदार्थों की महंगाई में बड़ी राहत
मार्च में खाद्य और पेय पदार्थों की महंगाई घटकर 2.88% रही, जो फरवरी में 3.84% थी. खासकर सब्जियों की कीमतों में तेज गिरावट दर्ज की गई, जो फरवरी में -1.07% थी, अब यह घटकर -7.04% पर आ गई है. यानी सब्जियों की कीमतों में महंगाई नहीं, बल्कि कमी देखी गई.
महीना-दर-महीना तुलना में भी सब्जियों की महंगाई में 5.7% की गिरावट आई है.
कोर महंगाई में हल्की बढ़त, RBI को राहत
हालांकि कोर महंगाई (जिसमें खाद्य और ईंधन शामिल नहीं होते) में मामूली बढ़ोतरी हुई है, जो मार्च में 4.2% रही, फरवरी में यह 4.08% थी.
कोटक महिंद्रा बैंक की मुख्य अर्थशास्त्री उपासना भारद्वाज ने कहा कि अपेक्षा से कम CPI महंगाई दर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को विकास को प्राथमिकता देने में मदद करेगी.
RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने भी हाल ही में कहा था कि खाद्य महंगाई की स्थिति अब सकारात्मक दिख रही है. RBI ने FY26 के लिए CPI महंगाई का अनुमान 4% लगाया है.
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