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Inflation

आंकड़ों के अनुसार, नवंबर में WPI खाद्य महंगाई दर घटकर 8.63 प्रतिशत पर आ गई, जो अक्टूबर में 13.54 प्रतिशत थी. सब्जियों की कीमतों में गिरावट के कारण यह गिरावट आई है.

रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि मासिक सूचकांक में क्रमिक गिरावट दर्ज की जाएगी, जिसका मुख्य कारण खाद्य कीमतों में गिरावट है. रिपोर्ट में कोर CPI में गिरावट की ओर भी इशारा किया गया है, जिसमें खाद्य और ईंधन को छोड़कर सामान और सेवाएं शामिल हैं, जो एक योगदान कारक है.

मूडीज रेटिंग्स के अनुसार, यह भी उम्मीद है कि अप्रैल-जून तिमाही में 6.7 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज करने के बाद जुलाई-सितंबर तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था अपनी स्थिर गति बनाए रखेगी.

खुदरा महंगाई दर बढ़ने की वजह बीते महीने सब्जियों की कीमतों में तेज बढ़ोतरी को माना जा रहा है. अक्टूबर में सब्जियों की कीमतों में 42.18 प्रतिशत का इजाफा हुआ है.

रुपये की भविष्य की वैल्यू जानना इसलिए जरूरी है क्योंकि यह आपको इस बात का अंदाजा देता है कि आपकी मौजूदा सेविंग्स भविष्य में आपकी जरूरतों और लक्ष्यों को पूरा करने के लिए पर्याप्त हैं या नहीं.

मुद्रास्फीति, रुपये की जो सामानों को खरीदने की शक्ति होती है, उसे कम कर देती है और हर रुपये की कीमत समय के साथ घटती रहती है.

Petrol Diesel Price Today: लोकसभा चुनाव-2024 से पहले केंद्र सरकार ने लोगों को राहत देते हुए पेट्रोल-डीजल के दामों में 2 रुपए की कटौती कर दी है. केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की.

Onion price in India: टमाटर की तरह प्याज की कीमतें आसमान में न पहुंचे, इसके लिए मोदी सरकार पहले से अलग-अलग कदम उठा रही है. टमाटर की कीमतें अब जाकर कहीं कम होने लगी हैं. हालांकि, अब भी टमाटर 100 रुपये किलो से अधिक में बिक रहा है.

देशभर में टमाटर की कीमतों में आग लगी हुई है. 200 रुपये किलो टमाटर बाजारों में बिक रहा है. टमाटर महंगा होने के बाद अब इसकी चोरी की खबरें आए दिन आ रही हैं.

बारिश के कारण ठीक ढंग से आपुर्ति नहीं हो पाने की वजह से इसकी कीमत सातवें आसमान तक पहुंच गई है. चंडीगढ़ में टमाटर ने लोगों की जेब ढीली कर दी है.