चुनावी सियासत का सनातनी संग्राम
दूसरी तरफ बीजेपी है जिसकी दिक्कत यह है कि तमाम आक्रामक प्रचार के बावजूद वो उदयनिधि के बयान की आलोचना करने में सतर्कता भी बरत रही है क्योंकि सवाल फिर आंबेडकर और पेरियार पर भी उठते हैं.
बिगड़ रहा है चीन का ‘नक्शा’
चोर चोरी से जाए, सीनाजोरी से न जाए। कहावत पुरानी है, लेकिन हमारे पड़ोसी चीन से जुड़े बार-बार के नए संदर्भों पर एकदम सटीक बैठती है।
अनंत इतिहास में दर्ज चंद्रयान, मिशन मानव कल्याण
भारत के लिए चंद्रयान-3 की कामयाबी चांद पर बेस बनाने के लिए एक टर्निंग प्वाइंट है मगर इसका घोषित उद्देश्य मानव कल्याण है।
देश एक परिवार, विवेकानंद जैसे मोदी के विचार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यह भरोसा दिलाकर कि भारत की एकता को आंच आए, न ऐसी मेरी भाषा होगी, न कोई कदम होगा- बड़ी बात कह दी है।
अब मणिपुर में सुलझे अविश्वास का संकट
2014 में सत्ता में आने के बाद यह दूसरी बार है जब प्रधानमंत्री मोदी को अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ा।
नूंह में सांप्रदायिक हिंसा: सर्वधर्म समभाव से निकलेगी समाधान की राह
हिंसा का यह मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा है। देश की सर्वोच्च अदालत ने संवेदनशील इलाकों में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती बढ़ाने और नफरत फैलाने वाले भाषण पर रोक लगाने का आदेश दिया है।
लाइलाज ना बन जाए मणिपुर का मर्ज
केन्द्र सरकार राष्ट्रपति शासन लगाने का फैसला करे या नहीं, यह उसका विशेषाधिकार है लेकिन व्यापक यौन हिंसा से निपटने के उपाय तो अवश्य ही उसकी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में होने चाहिए।
विपक्षी गठबंधन ने रोचक बनाया 2024 का महासमर; नए नाम से बनेगा काम?
अब सवाल है कि विपक्ष का चुनावी अभियान कैसा होना चाहिए? मोदी हटाओ, लोकतंत्र बचाओ का नकारात्मक अभियान लक्ष्य सिद्धि के लिए सकारात्मक साबित नहीं हो पाएगा।
बाढ़ से बेहाल; अब नहीं संभले तो बदतर होंगे हालात
केवल भारत ही नहीं, धरती का तापमान बढ़ने से जो असर बारिश और बाढ़ की शक्ल में देखने को मिल रहा है वो पूरी दुनिया को परेशान कर रहा है।
महाराष्ट्र पर निगाहें, 2024 पर निशाना
देश के बाकी हिस्सों की बात करें तो उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे बड़े राज्यों में बीजेपी के पास अपनी सीटें बढ़ाने की गुंजाइश कम लग रही है।