बिहार में जातिगत जनगणना के आंकड़ों पर पीएम मोदी के दावे को मजबूत करती हैं ये तीन बातें
पीएम मोदी ने दावा किया कि विपक्ष गरीबों की भावनाओं से खेलने और समाज को जात-पात के नाम पर बांटने में 6 दशक बर्बाद कर दिए.
अडानी ग्रीन: कल को हरित बनाने की शक्ति
यह पहली बार नहीं है जब टोटल ने AGEL के साथ साझेदारी की है. फ्रांसीसी कंपनी के पास पहले से ही AGEL में 19.7 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जो इसे प्रमोटर ग्रुप के बाद सबसे बड़ा शेयरधारक बनाती है.
खालिस्तानी अलगाववादियों के लिए पनाहगाह बना कनाडा
हालिया विवाद के बाद भारत ने कनाडाई नागरिकों के लिए वीजा सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है.
14 टीवी पत्रकारों का बहिष्कार लोकतंत्र और मीडिया की प्रतिष्ठा पर घात है
“इंडिया” गठबंधन को समझना चाहिए कि समाधान मीडिया के साथ संवाद बढ़ाने और उसकी साख को बचाए रखने में है।
गीता मेहता: प्रख्यात लेखिका का गौरवशाली जीवन और उनकी साहित्यिक विरासत
ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री बीजू पटनायक की बेटी गीता का जन्म 1943 में बीजू और ज्ञान पटनायक के घर हुआ था. उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा कैंब्रिज विश्वविद्यालय से पूरी की थी.
ऐतिहासिक अवसर है संसद का विशेष सत्र
विशेष सत्र में पांच नए विधेयक भी पेश किए जाएंगे जिनका उद्देश्य शासन और सार्वजनिक सेवा के विभिन्न पहलुओं में सुधार और आधुनिकीकरण करना है.
भारत की जी20 अध्यक्षता और शिखर सम्मेलन: वैश्विक नेतृत्व और प्रभाव में एक मील का पत्थर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारत ने G20 शिखर सम्मेलन की सफलतापूर्वक मेजबानी की. इस शिखर सम्मेलन के दौरान विश्व बिरादरी ने भारत के प्रस्तावों पर एकमत होकर निर्णय लिया.
PM मोदी का मास्टरस्ट्रोकः जी-20 समिट ने भारत के नेतृत्व और इनोवेशन से दुनिया को कराया रूबरू
G20 शिखर सम्मेलन दुनिया की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के नेताओं की एक वार्षिक बैठक है, जो वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 80%, वैश्विक व्यापार का 75% और वैश्विक आबादी का 60% हिस्सा है.
OCCRP रिपोर्ट में सार और विश्वसनीयता का अभाव, अडानी ग्रुप को बदनाम करने की है कोशिश
यह रिपोर्ट पुराने आरोपों पर आधारित है जिनकी भारतीय अधिकारी पहले ही जांच कर चुके हैं और उन्हें खारिज कर चुके हैं. रिपोर्ट संदिग्ध स्रोतों और दस्तावेजों पर निर्भर करती है जो इसके दावों को साबित नहीं करते हैं.
एक देश, एक चुनाव: भारतीय लोकतंत्र के लिए एक सुधार
देश में बार-बार होने वाले चुनावों के भारत के लोकतंत्र और विकास पर कई प्रतिकूल प्रभाव पड़ते हैं.