
Amarnath Yatra 2025: जम्मू-कश्मीर की बर्फीली वादियों में आज से अमरनाथ यात्रा 2025 की आधिकारिक शुरुआत हो गई. पवित्र अमरनाथ गुफा में आज भोर में भगवान शिव की पहली आरती की गई, जिसका वीडियो श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड ने जारी किया.
सालों से आस्था का प्रतीक रही यह यात्रा हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है. भोलेनाथ के दर्शन की लालसा लिए पहला जत्था भजन-कीर्तन गाते हुए गुफा तक पहुंचा. “बम-बम भोले” और “भारत माता की जय” के जयकारों से गूंजते माहौल में श्रद्धालुओं ने हिमलिंग के दर्शन किए और आरती में भाग लिया.
भक्तों में उल्लास और आस्था की लहर
गुफा के दर्शन के बाद भक्तों के चेहरे पर खुशी और सुकून साफ झलक रहा था. इसी दौरान जम्मू से दूसरा जत्था भी बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए पूरे जोश और श्रद्धा के साथ रवाना हो चुका है.
#ShriAmarnathJiYatra2025 | First Aarti of Baba Barfani from the Holy Amarnath Cave.
(Video Source: Shri Amarnath Ji Shrine Board) pic.twitter.com/UxU77rEOzK
— ANI (@ANI) July 3, 2025
इस समय कश्मीर की घाटी शिवभक्ति में डूबी नजर आ रही है. हर ओर “हर हर महादेव” और “बम भोले” के स्वर सुनाई दे रहे हैं. अमरनाथ यात्रा के पहले ही दिन भक्तों ने प्राकृतिक हिम-शिवलिंग के सामने श्रद्धा से पूजा की और अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की.
38 दिनों तक चलेगी ये ऐतिहासिक तीर्थयात्रा
आज की पहली आरती मंत्रोच्चार और शंखध्वनि के बीच विधिपूर्वक संपन्न हुई. यह ऐतिहासिक तीर्थयात्रा अगले 38 दिनों तक चलेगी और 9 अगस्त 2025 को इसका समापन होगा. समाचार एजेंसी एएनआई ने भी इस पावन आरती का वीडियो X (पहले ट्विटर) पर साझा किया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं का उत्साह नजर आ रहा है.
समुद्र तल से करीब 3,888 मीटर (लगभग 12,756 फीट) की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा न केवल शिवभक्तों की आस्था का केंद्र है बल्कि इसे 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि यहीं पर माता सती के अंग गिरे थे. इस तीर्थस्थल की देखरेख श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड करता है, जिसकी स्थापना वर्ष 2000 में जम्मू-कश्मीर विधानसभा के विशेष कानून से की गई थी.
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-भारत एक्सप्रेस
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