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temple Vastu Shastra: घर में किस दिशा में होना चाहिए मंदिर? जानिए क्या कहता है वास्तु शास्त्र

वास्तु के नियमों के अनुसार घर में बने मंदिर का फल जातक को अवश्य ही मिलता है. आइए जानते हैं कि मंदिर का सही वास्तु और इससें जुड़े खास नियम.

temple in house

घर में मंदिर की दिशा

Temple Vastu Shastra: अक्सर ही लोग घर में पूजा पाठ के लिए किसी एक जगह पर देवी देवताओं की मूर्तियां और तस्वीर रख कर उसे मंदिर का रूप देते हैं, लेकिन जाने अनजाने में वे ऐसी जगह का चुनाव कर लेते हैं जो वास्तु के अनुसार पूजा स्थल या मंदिर के लिए उपयुक्त जगह नहीं होती. ऐसे में उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

वास्तु शास्त्र की मानें तो घर में मंदिर की स्थापना से जुड़े नियमों का पालन न करने पर देवता भी नाराज रहते हैं. आइए जानते हैं कि मंदिर का सही वास्तु और इससे जुड़े वे खास नियम क्या हैं, जिन्हें अपनाने पर आपके घर में बरक्कत बनी रहती है.

इस दिशा में मंदिर होने पर मिलती है सफलता

पंडित दिनेश मणि त्रिपाठी कहते हैं कि वास्तु के नियमों के अनुसार बने मंदिर का फल जातक को अवश्य ही मिलता है. घर के सभी कोनों में पूर्व और उत्तर का कोना जिसे ईशान कोण कहते हैं, सबसे पवित्र माना जाता है और इसे ही मंदिर के लिए सबसे उपयुक्त भी माना जाता है. इस दिशा में सभी देवी-देवताओं का वास होता है.

जो लोग इस दिशा में शौचालय इत्यादि का निर्माण करवाते हैं, उनके घर में इसका नकारात्मक असर पड़ सकता है. इसके अलावा दक्षिण दिशा मंदिर के लिए काफी अशुभ मानी गई है. माना जाता है कि इस दिशा में मंदिर बनाने से लक्ष्मी जी रूठ जाती है और घर में रहने वालों की आर्थिक स्थिति पर इसका विपरीत असर पड़ता है.

मंदिर का द्वार

सही दिशा में मंदिर होने के साथ ही वास्तु के अनुसार उसके मुख को भी सही दिशा में रखना चाहिए. वास्तु शास्त्र में इसके लिए पूर्व दिशा बताई गई है. वहीं पूजा करते समय जातक का मुंह भी पूर्व दिशा में होना शुभ माना जाता है.

पूजा स्थल पर रखें ये सावधानियां

अगर पूजा घर में रखी मूर्ति या तस्वीर थोड़ी सी भी खंडित है तो उसे तत्काल हटा दें. इससे नकारात्मकता का संचार होता है. कुछ लोग मंदिर में बिजली के उपकरणों से कई तरह की सजावट करते हैं और लाल रंग के बल्ब का उपयोग करते हैं. हो सके तो इस रंग का बल्ब इस्तेमान करने से बचें. आप चाहें तो सफेद रंग के बल्ब का उपयोग कर सकते हैं.



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