माघ स्नान
Magh Purnima 2023: माघ पूर्णिमा के दिन गंगा नदी में स्नान करना विशेष तौर पर पुण्यदायक माना जाता है. इसके अलावा माघ पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ की पूजा-अर्चना करनी चाहिए. क्योंकि पीपल का पेड़ पर भगवान विष्णु का प्रिय है. माना जाता है कि इस पर भगवान विष्णु का वास है. इसलिए माघ पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ जल चढांए और पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाएं. माना जाता है कि ऐसा करने से पितृगण भी प्रसन्न होते हैं.
माघी पूर्णिमा पर स्नान के अलावा भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करने से विशेष लाभ मिलता है. इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु का दूध और गंगाजल से अभिषेक करना चाहिए. साथ ही श्रीसूक्त का पाठ करना विशेष फलदायी होता है. ऐसा करने से मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है.
मान्यता है कि माघी पूर्णिमा के दिन ब्रह्म मुहूर्त में जो लोग नदी स्नान करते हैं उनके रोग दूर होते हैं.
दूर होते हैं ग्रह दोष
ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि पूर्णिमा तिथि पर जल और प्रकृति में विशेष तरह की ऊर्जा आ जाती है. माघ पूर्णिमा के दिन स्नान करने से कुंडली में ग्रहों की स्थिति मजबूत हो जाती है और सभी तरह के दोष भी दूर हो जाते हैं. स्नान करने के बाद पवित्र नदी में खड़े होकर सूर्य को जल का अर्घ्य देने से सूर्य देव की कृपा बनी रहती है और जीवन में मंगल ही मंगल बना रहता है.
माघ मास में संगम स्नान
धार्मिक ग्रंथों में इस बात का जिक्र है कि त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश समेत कई देवी देवता माघ मास के दौरान संगम स्नान करते हैं. बात करें इस माह में स्नान से मिलने वाले फल की तो कहा जाता है कि प्रयागराज के संगम पर माघ मास में यदि कोई इंसान तीन बार स्नान करता है तो उसे दस हजार अश्वमेघ यज्ञ से भी अधिक का फल मिलता है. वहीं पूरे माघ मास में प्रतिदिन संगम स्नान करने वाले व्यक्ति पर भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है. माना जाता है कि माघ स्नान से सुख-सौभाग्य, धन-संतान और मोक्ष की प्राप्ति होती है.
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