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May 2024 Vrat Festivals List: मई में अक्षय तृतीय, सीता नवमी और बुद्ध पूर्णिमा समेत पड़ने वाले हैं ये प्रमुख व्रत-त्योहार, नोट करें डेट

Vrat Festivals List May 2024: मई में अक्षय तृतीया, मोहिनी एकादशी, वैशाख अमावस्या, गंगा सप्तमी, कूर्म जयंती, बुद्ध पूर्णिमा, समेत कई व्रत-त्योहार पड़ने वाले हैं. पंचांग के अनुसार, देखें पूरी लिस्ट.

May 2024 Vrat Festivals List

मई 2024 व्रत-त्योहार लिस्ट.

May 2024 Vrat Festivals List: हिंदू पंचांग के अनुसार, मई महीने की शुरुआत कालाष्टमी से हो रही है. वरूथिनी एकादशी, मोहिनी एकादशी, वैशाख अमावस्या, अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती, गंगा सप्तमी, नरसिंह जयंती, कूर्म जयंती, बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख पूर्णिमा और नारद जयंती समेत कई खास व्रत और त्योहार पड़ेंगे. ऐसे में हिंदू पंचांग के मुताबिक, मई महीने में पड़ने वाले खास व्रत और त्योहारों की पूरी लिस्ट जानिए.

मई 2024 व्रत-त्योहार लिस्ट

  • बरूथिनी एकादशी- 04 मई, शनिवार
  • प्रदोष व्रत- 05 मई, रविवार
  • दर्श अमावस्या- 07 मई, मंगलवार-
  • वैशाख अमावस्या- 08 मई, बुधवार
  • अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती – 10 मई, शुक्रवार
  • वृषभ संक्रांति,गंगा सप्तमी- 14 मई, मंगलवार
  • सीता नवमी- 16 मई, बृहस्पतिवार
  • मोहिनी एकादशी- 19 मई, रविवार
  • नरसिंघ जयंती- 21 मई, मंगलवार
  • कूर्म जयन्ती, बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख पूर्णिमा- 23 मई, गुरुवार
  • नारद जयंती- 24 मई, शुक्रवारएकदंत संकष्टी चतुर्थी- 26 मई, रविवार

अक्षय तृतीया 2024

अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya 2024) के दिन पूजन के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 6 मिनट से दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक है. अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त- 10 मई को सुबह 06 बजकर 06 मिनट से 11 मई को दोपहर 2 बजकर 50 मिनट तक रेहगा. हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया को खास महत्व दिया गया है. मान्यतानुसार, इस दिन सोना खरीदना अच्छा होता है. कहा जाता है इस दिन खरीदी गई वस्तुओं अक्षय बना रहता है यानी वे नष्ट नहीं होते.

गंगा सप्तमी 2024

गंगा सप्तमी (Ganga Saptami 2024) के दिन मां गंगा का पुनर्जन्म हुआ था. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, वैशाख शुक्ल सप्तमी के दिन ऋषि जह्नु ने अपने कान से मुक्ति किया था. इसलिए कहा जाता है कि इस दिन मां गंगा का पुनर्जन्म हुआ था.

मोहिनी एकादशी 2024

वैशाख शुक्ल एकादशी को मोहिनी एकादशी (Mohini Ekadashi 2024) का व्रत रखा जाता है. पौराणिक कथा के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप धारण किया था. और, ऐसा करके उन्होंने दानवों को अमृत पीने से रोका था. समुद्र मंथन के बाद जो विष निकला उसको सबसे पहले भगवान शिव ने अपने कंठ में धारण किया. इसलिए उन्हें नीलकंठ कहा जाता है. एकादशी तिथि की शुरुआत 18 मई को सुबह 11 बजकर 22 मिनट से होगी. जबकि, एकादशी तिथि की समाप्ति 19 मई को दोपहर 1 बजकर 50 मिनट पर होगी. उदया तिथि के अनुसार मोहिनी एकादशी का व्रत 19 मई को रखा जाएगा. वहीं इस व्रत का पारण 20 मई को किया जाएगा.

बुद्ध पूर्णिमा 2024

वैशाख मास की पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima 2024) के नाम से जाना जाता है. इस दिन गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था. मान्यता है कि गौतम बुध भगवान विष्णु के अवतार हैं. भगवान विष्णु के दशावतार में इनके नाम की भी चर्चा है.



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