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पंजाब के गांवों में लड़कियों पर छाया क्रिकेट का जुनून, मां-बाप दिला रहे कोचिंग, किसान ने अपने खेत को बाना डाला ट्रेनिंग सेंटर

पंजाब पुलिस के कॉन्सटेबल गुलाब सिंह शेरगिल ने एक नया यज्ञ ठाना है. उन्होंने अपनी बेटी और बाकी लड़कियों में क्रिकेट के प्रति रूझान और समर्पण को देखते हुए अपना एक एकड़ का खेत प्ले-ग्राउंड के तौर पर तब्दील कर दिया है.

women cricket

क्रिकेट खेलते बच्चे

पंजाब के ग्रामीण क्षेत्रों में महिला क्रिकेट को एक बड़े लेवल पर ले जाने की तैयारी चल रही है. ‘विमेंस प्रिमियर लीग’ के चलते सैकड़ों लड़कियां प्रेरित हुई हैं और लगातार क्रिकेट के लिए अपना जुनून दिखा रही हैं. इसके पीछे विमेंस टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर सबसे बड़ी इंस्पीरेशन हैं. आलम ये है कि शहरों और कस्बों के पंजाब के गांवों में भी बड़ी संख्या में लड़कियां क्रिकेट की प्रोफेशनल ट्रेनिंग ले रही हैं. धरोकी गांव इसका सबसे बड़ा उदाहरण है.

पंजाब पुलिस के कॉन्सटेबल गुलाब सिंह शेरगिल ने एक नया यज्ञ ठाना है. उन्होंने अपनी बेटी और बाकी लड़कियों में क्रिकेट के प्रति रूझान और समर्पण को देखते हुए अपना एक एकड़ का खेत प्ले-ग्राउंड के तौर पर तब्दील कर दिया है. धरोकी गांव के गुलाब सिंह शेरगिल के चलते यहां पर 18 लड़कियों को कोचिंग दी जा रही है.

शेरगिल मूल रूप से पहले खेती-बाड़ी का काम करते थे. लेकिन, अब वह अपनी किसानी और सैलरी का सारा पैसा बेटी को क्रिकेट की कोचिंग देने में लगे हैं. उनका यहां से ट्रेनिंग हासिल की हुईं 7 लड़कियों का चयन अंडर-15 में हो चुका है. शेरगिल के समर्पण और लड़कियों के जुनून का असर है कि धरोकी की तरह और गांव भी लड़कियों की कोचिंग के लिए आगे निकलर सामने आ रहे हैं.

-भारत एक्सप्रेस

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