ओलंपिक का झंडा (फोटो- IANS)
मिस्र ने 2036 और 2040 के समर ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए अपनी बोली लगाने की घोषणा की है. अभी तक, अफ्रीका में ओलंपिक खेल कभी नहीं हुए हैं. पेरिस ओलंपिक के अंतिम दिन, अफ्रीकी राष्ट्रीय ओलंपिक समितियों के संघ के प्रमुख मुस्तफा बेर्राफ ने यह घोषणा की.
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, बेर्राफ ने कहा, “मिस्र 2036 और 2040 के लिए बोली लगाएगा. अफ्रीका के पास खेलों को आयोजित करने का मौका है. सबसे अधिक संभावना है कि 2040 में खेलों का आयोजन यहीं होगा.” उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ओलंपिक की मेजबानी करने का अफ्रीका का समय आ रहा है.
अरब दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश, मिस्र, अपने बुनियादी ढांचे और खेल सुविधाओं में लगातार सुधार कर रहा है, जो इसे ओलंपिक के लिए एक मजबूत दावेदार के रूप में स्थापित कर रहा है. देश ने राष्ट्र के आधुनिकीकरण की अपनी व्यापक योजना के तहत आधुनिक सुविधाओं, स्टेडियमों और खेल परिसरों के निर्माण में अरबों डॉलर का निवेश किया है.
काहिरा में मिस्र अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक शहर परिसर भी बनाया गया है, जिसमें 93,900 क्षमता वाला राष्ट्रीय स्टेडियम और 21 अन्य अत्याधुनिक खेल सुविधाएं शामिल होंगी. ओलंपिक की मेजबानी के लिए मिस्र की आखिरी बोली 2008 के खेलों के लिए थी. मिस्र के अलावा, बेर्राफ ने संकेत दिया कि केपटाउन, दक्षिण अफ्रीका से एक और अफ्रीकी बोली लगाई जा सकती है.
2036 ओलंपिक की मेजबानी के लिए जबरदस्त प्रतिस्पर्धा होने की उम्मीद है. इंडोनेशिया, भारत, तुर्की, कतर और सऊदी अरब सहित कई अन्य देश पहले से ही ओलंपिक की मेजबानी में रुचि व्यक्त कर रहे हैं. आईओसी के अध्यक्ष थॉमस बाख ने पहले टिप्पणी की थी कि 2036 खेलों की मेजबानी में रुचि दोहरे अंक तक पहुंच गई है.
ये भी पढ़ें- भारत का ओलंपिक अभियान 6 पदकों के साथ थमा, दोहरी पदक संख्या का आंकड़ा काफी दूर रहा
-भारत एक्सप्रेस