भारतीय टीम (सोर्स- बीसीसीआई)
स्पोर्ट्स डेस्क: केपटाउन टेस्ट में भारतीय क्रिकेट टीम ने अपना करिश्माई प्रदर्शन जारी रखा है. टीम इंडिया ने मेजबान टीम को पहली पारी में 55 रन और दूसरी पारी में 176 रन के स्कोर पर ढेर कर दिया. भारतीय टीम ने पहली पारी में 153 रन बनाए थे. अब उसे जीत के लिए मात्र 79 रन की जरूरत है. टीम इंडिया अगर इस लक्ष्य को 14.2 ओवर के भीतर हासिल करती है तो यह 147 साल के टेस्ट क्रिकेट के इतिहास का सबसे छोटा टेस्ट मैच बन जाएगा.
संघर्ष करते दिखे बल्लेबाज
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच केपटाउन में खेला गया दूसरा टेस्ट मैच बल्लेबाजों के लिए संघर्ष भरा रहा. पहले दिन कुल 23 विकेट गिरे. पहले दिन साउथ अफ्रीका टीम के 13 विकेट गिरे. वहीं भारत के 10 विकेट गिरे. दूसरे दिन का खेल शुरु होते ही एक बार फिर से तेज गेंदबाज विपक्षी बल्लेबाज पर हावी हो गए. दूसरे दिन भी गेंदबाजों का ही बोलबाला रहा. दूसरी पारी में साउथ अफ्रीका की टीम 176 रन पर सिमट गई.
दूसरा टेस्ट बना सबसे छोटा मैच
केपटाउन टेस्ट में टीम इंडिया ने कई रिकॉर्ड बना दिए. यह मैच सबसे छोटा टेस्ट मुकाबला बन गया, जिसमें परिणाम आया हो. भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेले गए दूसरे मैच में कुल 107 ओवर यानी 642 गेंदें फेंकी गई. साउथ अफ्रीका की पहली पारी 23.2 ओवर और दूसरी पारी 36.5 ओवर में सिमट गई. वहीं भारत ने पहली पारी में 34.5 ओवर और दूसरी पारी में 12 ओवर बल्लेबाजी की.
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1932 में खेला गया था सबसे छोटा टेस्ट मैच
टेस्ट क्रिकेट में इससे पहले छोटा मैच साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच साल 1932 में मेलबर्न में खेला गया था (जिसमें परिणाम आया हो). जिसमें 109.2 ओवर में मैच खत्म हो गया था. मेजबान टीम ने इस मुकाबले को इनिंग के अंतर से जीता था. वैसे टेस्ट क्रिकेट का सबसे छोटा मैच इंग्लैंड बनाम वेस्टइंडीज के बीच साल 1907 में खेला गया था, जिसमें सिर्फ दस गेंदें फेंकी जा सकी थी. ये मैच बेनतीजा रहा था. बहरहाल, भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेले गए दो टेस्ट मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर हो गई.
-भारत एक्सप्रेस
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