पेरिस पैरालंपिक्स 2024 के छठे दिन भारतीय पदक विजेता
Paris Paralympics 2024: भारतीय एथलीटों ने पेरिस पैरालंपिक्स खेलों के छठे दिन मंगलवार, 3 सितंबर को भारत के पदकों की संख्या को 20 तक पंहुचा दिया. भारतीय एथलीटों ने हाई जंप, जेवलिन थ्रो और 400 मीटर रेस में कुल 5 पदक जीते. दीप्ति जीवनजी, शरद कुमार, मरियप्पन थंगावेलु, अजीत सिंह और सुंदर गुर्जर ने मंगलवार देर रात पदक जीते. इन पांच पदकों के साथ भारत ने दिन का अंत शानदार तरीके से किया, हालांकि दिन की शुरुआत में कुछ मौकों पर निराशा हाथ लगी. भाग्यश्री महावराव और अवनी लेखरा क्रमशः महिला शॉट पुट – F34 फाइनल और महिला 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन SH1 फाइनल में 5वें स्थान पर रहीं. पूजा खन्ना भी महिला व्यक्तिगत रिकर्व ओपन के क्वार्टर फाइनल में बाहर हो गईं, जिससे अब जिम्मेदारी दीप्ति जीवनजी और हाई जम्प तथा जैवलिन थ्रो एथलीटों पर आ गई.
दीप्ति जीवनजी ने जीता कांस्य पदक
दीप्ति जीवनजी ने महिलाओं की 400 मीटर T20 श्रेणी में अपना पहला कांस्य पदक जीता. दीप्ति स्टेड डी फ्रांस में 55.82 सेकंड में दौड़ पूरा कर तीसरे स्थान पर रहीं. यूक्रेन (Ukraine) की यूलिया शूलियार (55.16 सेकंड) पहले और तुर्किये (Turkey) की विश्व रिकॉर्ड धारक आयसेल ओन्डर (55.23 सेकंड) दूसरे स्थान पर रहीं. पैरा एशियाई खेलों और विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली दीप्ति स्वर्ण पदक विजेता से 0.66 सेकंड पीछे रहीं. यह पैरा-एथलेटिक्स में भारत का छठा पदक है, इससे पहले प्रीति पाल (दो कांस्य), निषाद कुमार (रजत), योगेश कथुनिया (रजत) और सुमित अंतिल (स्वर्ण) ने अपने-अपने खेलों में पदक जीते थे.
जैवलिन थ्रो में मिला रजत और कांस्य पदक
पेरिस पैरालंपिक में अजीत सिंह और सुंदर गुर्जर ने पुरुषों के जैवलिनथ्रो F46 स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत के लिए पदक सुनिश्चित किए. इस जोड़ी ने सीजन का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए रजत और कांस्य पदक जीता.
अजीत सिंह, जो इस इवेंट में अधिकतर समय सुंदर गुर्जर से पीछे चल रहे थे, ने अपने पांचवें थ्रो के साथ बढ़त हासिल की. उन्होंने 65.62 मीटर की दूरी दर्ज करते हुए रजत पदक जीता. वहीं सुंदर गुर्जर ने 64.96 मीटर की सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ कांस्य पदक जीता. इस इवेंट में क्यूबा के गिलर्मो वरोना गोंजालेज ने स्वर्ण पदक जीता, जिन्होंने 66.14 मीटर की थ्रो के साथ एक नया क्षेत्रीय रिकॉर्ड बनाया.
हाई जम्प में भी रजत और कांस्य पदक
भारत के शरद कुमार ने मंगलवार, 3 सितंबर को पुरुषों की ऊंची कूद (हाई जम्प) – T63 फाइनल में रजत और मरियप्पन थंगावेलु ने कांस्य पदक जीता. शरद ने 1.88 मीटर की छलांग लगाकर T42 श्रेणी में नया पैरालंपिक रिकॉर्ड बनाया और टोक्यो खेलों में रजत जीतने वाले मरियप्पन के पिछले रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया. इस बार मरियप्पन को 1.85 मीटर की सर्वश्रेष्ठ छलांग के साथ कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा.
भारत वर्तमान में 3 स्वर्ण, 7 रजत और 10 कांस्य पदक के साथ पदक तालिका में 17वें स्थान पर है. भारत ने 2021 में टोक्यो में 19 पदक जीते थें जो पैरालिंपिक में देश का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था. प्रतियोगिता में चार दिन और बचे हैं और भारत 25 पदकों को पार करने के अपने लक्ष्य के काफी नजदीक पहुंच गया है.
पेरिस पैरालंपिक 2024 में अब तक भारत के पदक
1. अवनि लेखरा (शूटिंग)- गोल्ड मेडल, वूमेन्स 10 मीटर एयर राइफल (SH1)
2. मोना अग्रवाल (शूटिंग)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स 10 मीटर एयर राइफल (SH1)
3. प्रीति पाल (एथलेटिक्स)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स 100 मीटर रेस (T35)
4. मनीष नरवाल (शूटिंग)- सिल्वर मेडल, मेन्स 10 मीटर एयर पिस्टल (SH1)
5. रुबीना फ्रांसिस (शूटिंग)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स 10 मीटर एयर पिस्टल (SH1)
6. प्रीति पाल (एथलेटिक्स)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स 200 मीटर रेस (T35)
7. निषाद कुमार (एथलेटिक्स)- सिल्वर मेडल, मेन्स हाई जंप (T47)
8. योगेश कथुनिया (एथलेटिक्स)- सिल्वर मेडल, मेन्स डिस्कस थ्रो (F56)
9. नितेश कुमार (बैडमिंटन)- गोल्ड मेडल, मेन्स सिंगल्स (SL3)
10. मनीषा रामदास (बैडमिंटन)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स सिंगल्स (SU5)
11. थुलासिमथी मुरुगेसन (बैडमिंटन)- सिल्वर मेडल, वूमेन्स सिंगल्स (SU5)
12. सुहास एल यथिराज (बैडमिंटन)- सिल्वर मेडल, मेन्स सिंगल्स (SL4)
13. शीतल देवी-राकेश कुमार (तीरंदाजी)- ब्रॉन्ज मेडल, मिक्स्ड कंपाउंड ओपन
14. सुमित अंतिल (एथलेटिक्स)- गोल्ड मेडल, मेन्स जैवलिन थ्रो (F64)
15. नित्या श्री सिवन (बैडमिंटन)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स सिंगल्स (SH6)
16. दीप्ति जीवनजी (एथलेटिक्स)- ब्रॉन्ज मेडल,वूमेन्स 400m (T20)
17. मरियप्पन थंगावेलु (एथलेटिक्स पुरुष ऊंची कूद)- ब्रॉन्ज मेडल, (T63)
18. शरद कुमार (एथलेटिक्स पुरुष ऊंची कूद)- सिल्वर मेडल, (T63)
19. अजीत सिंह (एथलेटिक्स पुरुष भाला फेंक)- सिल्वर मेडल, (F46)
20. सुंदर सिंह गुर्जर (एथलेटिक्स पुरुष भाला फेंक)- ब्रॉन्ज मेडल, (F46)
-भारत एक्प्रेस