सुमित अंतिल और नित्या श्री
Paris Paralympics 2024: भारत के दो बार के विश्व चैंपियन सुमित अंतिल ने सोमवार को लगातार दो पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले पैरा-एथलीट बनकर इतिहास रच दिया. उन्होंने सोमवार को स्टेड डी फ्रांस में पुरुषों की भाला फेंक F64 स्पर्धा में सनसनीखेज पैरालंपिक रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता.
भारत का तीसरा स्वर्ण पदक
टोक्यो पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता अंतिल ने पहले थ्रो से ही बढ़त हासिल कर ली और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा. अंतिल द्वारा जीता गया स्वर्ण पदक पेरिस पैरालंपिक खेलों में भारत का तीसरा स्वर्ण पदक है. इससे पहले अवनि लेखरा ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल SH1 और नितेश कुमार ने पुरुषों की एकल SL3 बैडमिंटन स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था.
अपना ही पैरालंपिक रिकॉर्ड तोड़ा
73.29 मीटर का विश्व रिकॉर्ड रखने वाले अंतिल ने अपने पहले थ्रो के साथ मौजूदा पैरालंपिक रिकॉर्ड को तोड़ दिया, भाला 69.11 मीटर तक फेंका और 2021 में टोक्यो में बनाए गए 68.55 मीटर के अपने रिकॉर्ड में सुधार किया. उन्होंने अपने दूसरे थ्रो में इसे और बेहतर किया, भाला 70.59 मीटर तक फेंका, इस प्रकार उन्होंने स्वर्ण पदक लगभग पक्का कर लिया क्योंकि कोई भी अन्य प्रतियोगी उनके पहले थ्रो के करीब नहीं पहुंच पाया.
हरियाणा के सोनीपत के 29 वर्षीय अंतिल ने 2023 में पेरिस में और फिर कुछ महीने पहले 2024 में कोबे, जापान में विश्व चैंपियनशिप का स्वर्ण जीता था, उन्होंने अपने शेष प्रयासों में 66.66, एक फाउल, 69.04 और 66.57 मीटर थ्रो किए. श्रीलंका के दुलान कोडिथुवाक्कू ने 67.03 के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ रजत पदक जीता, जबकि ऑस्ट्रेलिया के ब्यूरियन माइकल ने 64.89 के थ्रो के साथ कांस्य पदक जीता.
भारत के संदीप चौधरी 62.80 के सीजन के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ चौथे स्थान पर रहें. पुरुषों की F64 श्रेणी में स्वर्ण पदक के लिए टूर्नामेंट से पहले पसंदीदा सुमित अंतिल इस प्रकार पैरालंपिक खेलों में ट्रैक और फील्ड प्रतियोगिताओं में दो स्वर्ण पदक जीतने वाले देवेंद्र झाझरिया के बाद दूसरे भारतीय बन गए हैं. वह झाझरिया और अवनी लेखरा के बाद पैरालंपिक खेलों में कई स्वर्ण पदक जीतने वाले तीसरे भारतीय पैरा-खिलाड़ी भी हैं.
नित्या श्री ने जीता कांस्य
वहीं बैडमिंटन खिलाड़ी सुमति सिवन नित्या श्री ने सोमवार शाम को यहां महिला एकल SH6 (SH6 श्रेणी छोटे कद वाले खिलाड़ियों के लिए है) वर्ग में पूर्व विश्व चैंपियन इंडोनेशिया की रीना लारलिना को 2-0 से हराकर अपना पहला पैरालिंपिक पदक जीता. इस वर्ग में शीर्ष वरीयता प्राप्त 19 वर्षीय नित्या श्री ने कांस्य पदक के लिए हुए मैच में इंडोनेशिया की इस खिलाड़ी को मात्र 23 मिनट में 21-14, 21-6 से हराया, जिन्होंने 2022 में टोक्यो में होने वाली विश्व चैंपियनशिप में महिला एकल SH6 वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था.
नित्या श्री के लिए यह एक तरह से बदला था क्योंकि वह और उनकी जोड़ीदार सोलामलाई शिवराजन, दिन में पहले मिक्स्ड डबल्स SH6 श्रेणी में कांस्य पदक के मैच में रीना मार्लिना और उनकी जोड़ीदार सुभान सुभान से 17-21, 12-21 से हार गई थीं.
पेरिस पैरालंपिक बैडमिंटन प्रतियोगिता में यह भारत का पांचवां पदक है और कुल मिलाकर 15वां पदक है जिसमें तीन स्वर्ण, पांच रजत और सात कांस्य पदक शामिल हैं. भारत वर्तमान में समग्र पदक तालिका में 15वें स्थान पर है.
पेरिस पैरालंपिक 2024 में अब तक भारत के पदक
1. अवनि लेखरा (शूटिंग)- गोल्ड मेडल, वूमेन्स 10 मीटर एयर राइफल (SH1)
2. मोना अग्रवाल (शूटिंग)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स 10 मीटर एयर राइफल (SH1)
3. प्रीति पाल (एथलेटिक्स)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स 100 मीटर रेस (T35)
4. मनीष नरवाल (शूटिंग)- सिल्वर मेडल, मेन्स 10 मीटर एयर पिस्टल (SH1)
5. रुबीना फ्रांसिस (शूटिंग)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स 10 मीटर एयर पिस्टल (SH1)
6. प्रीति पाल (एथलेटिक्स)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स 200 मीटर रेस (T35)
7. निषाद कुमार (एथलेटिक्स)- सिल्वर मेडल, मेन्स हाई जंप (T47)
8. योगेश कथुनिया (एथलेटिक्स)- सिल्वर मेडल, मेन्स डिस्कस थ्रो (F56)
9. नितेश कुमार (बैडमिंटन)- गोल्ड मेडल, मेन्स सिंगल्स (SL3)
10. मनीषा रामदास (बैडमिंटन)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स सिंगल्स (SU5)
11. थुलासिमथी मुरुगेसन (बैडमिंटन)- सिल्वर मेडल, वूमेन्स सिंगल्स (SU5)
12. सुहास एल यथिराज (बैडमिंटन)- सिल्वर मेडल, मेन्स सिंगल्स (SL4)
13. शीतल देवी-राकेश कुमार (तीरंदाजी)- ब्रॉन्ज मेडल, मिक्स्ड कंपाउंड ओपन
14. सुमित अंतिल (एथलेटिक्स)- गोल्ड मेडल, मेन्स जैवलिन थ्रो (एफ 64 वर्ग)
15. नित्या श्री सिवन (बैडमिंटन)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स सिंगल्स (SH6)
-आईएएनएस