
टीम इंडिया इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज खेलने के लिए तैयार है. इस सीरीज में भारतीय टीम के लिए चैंपियंस ट्रॉफी से पहले अपनी रणनीति बनाने और प्लेइंग-11 को फाइनल करने का आखिरी मौका होगा.
टीम इंडिया को चैंपियंस ट्रॉफी से पहले कई अहम सवालों के जवाब तलाशने हैं. सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली अपनी फॉर्म वापस पा सकेंगे? वहीं, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी की फिटनेस भी टीम के लिए चिंता का विषय बनी हुई है. अगर ये दोनों गेंदबाज अपनी पूरी लय में नहीं आए तो उनकी जगह कौन लेगा?
क्या लौटेगा रोहित-कोहली का फॉर्म?
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और अनुभवी बल्लेबाज विराट कोहली खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. टी-20 वर्ल्ड कप 2024 जीतने के बाद कोहली सिर्फ एक शतक लगा सके, जबकि रोहित कोई भी सेंचुरी नहीं बना पाए हैं. टेस्ट क्रिकेट में भी दोनों का प्रदर्शन कमजोर रहा. ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी दोनों ज्यादा रन नहीं बना सके, वहीं रणजी ट्रॉफी में भी उनका बल्ला खामोश ही रहा.
चैंपियंस ट्रॉफी जैसे बड़े आईसीसी टूर्नामेंट से पहले इन दोनों अनुभवी खिलाड़ियों का आउट ऑफ फॉर्म होना चिंता की बात है. ऐसे में यह सीरीज उनके लिए फॉर्म में वापसी का आखिरी मौका हो सकती है.
बुमराह-शमी की फिटनेस बनी चिंता
भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी फिलहाल चोट से उबर रहे हैं. शमी ने 14 महीने बाद वापसी की और इंग्लैंड के खिलाफ दो टी-20 मैच खेले, लेकिन वह अपनी पुरानी लय में नजर नहीं आए. बुमराह ऑस्ट्रेलिया दौरे पर आखिरी टेस्ट मैच के दौरान चोटिल हो गए थे. उनकी रिकवरी में अभी और समय लगेगा, जिस वजह से वह शुरुआती दो वनडे मैचों में नहीं खेल पाएंगे.
अगर ये दोनों पूरी तरह फिट नहीं हुए, तो भारत का गेंदबाजी आक्रमण कमजोर हो सकता है. ऐसे में हार्दिक पंड्या और स्पिनर्स पर अधिक दबाव आ सकता है. ऐसे में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में टीम नए विकल्पों को आजमाने पर भी विचार कर सकती है. हर्षित राणा और अर्शदीप सिंह को मौका देकर उनके प्रदर्शन को परखा जा सकता है.
कौन होगा पहला विकेटकीपर?
केएल राहुल और ऋषभ पंत दोनों ही भारतीय स्क्वाड का हिस्सा हैं. केएल राहुल पिछले वनडे वर्ल्ड कप में भारत के सबसे सफल विकेटकीपर बल्लेबाज थे. अनुभव और आंकड़ों के लिहाज से राहुल का रिकॉर्ड बेहतर है. उन्होंने 77 वनडे मैचों में लगभग 50 की औसत से 2851 रन बनाए हैं, जिसमें 7 शतक और 18 अर्धशतक शामिल हैं. वहीं, ऋषभ पंत ने अब तक 31 वनडे खेले हैं और 33.50 की औसत से 871 रन बनाए हैं, जिसमें 1 शतक और 5 अर्धशतक शामिल हैं.
अब सवाल यह है कि टीम इंडिया किसे अपना फर्स्ट चॉइस विकेटकीपर के रूप में चुनती है. इसका जवाब इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के प्रदर्शन के बाद ही साफ हो पाएगा.
क्या जायसवाल को मिलेगा वनडे डेब्यू का मौका?
युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल को पहली बार वनडे टीम में शामिल किया गया है. उन्होंने टी-20 और टेस्ट क्रिकेट में अपनी पहचान बना ली है, लेकिन वनडे में अब तक डेब्यू नहीं कर सके हैं. यशस्वी इस समय अच्छी फॉर्म में चल रहे हैं. वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भी भारत के सबसे सफल बल्लेबाज रहे थे. हालांकि, प्लेइंग-11 में उनकी जगह तय नहीं है. अगर यशस्वी को वनडे में डेब्यू करना है, तो टीम मैनेजमेंट को शुभमन गिल को बाहर करने का कठिन फैसला लेना पड़ सकता है.
शुभमन गिल का वनडे रिकॉर्ड बेहतरीन है, उनका औसत विराट कोहली से भी बेहतर है और वे 6 शतक लगाकर 2000 से ज्यादा रन बना चुके हैं. अगर टीम लेफ्ट-राइट कॉम्बिनेशन को प्राथमिकता देती है और यशस्वी को रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग का मौका देती है, तो यह तय करना चुनौती होगी कि किस खिलाड़ी को बाहर किया जाए.
चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारत की टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह, अर्शदीप सिंह, अक्षर पटेल, वॉशिंगटन सुंदर, ऋषभ पंत, यशस्वी जायसवाल.
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-भारत एक्सप्रेस
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