BLF 2025 PHOTO Story: CMD उपेन्द्र राय ने लिया पर्यटन-संस्कृति मंत्री गजेंद्र शेखावत का इंटरव्यू, जानें क्या बातें हुईं
Bharat Literature Festival: भारत लिटरेचर फेस्टिवल में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत ने भारतीय संस्कृति की गहरी जड़ों और देश के तेजी से हो रहे विकास पर चर्चा की. उन्होंने अपनी यात्रा और संघर्षों का भी उल्लेख किया.
Bharat Literature Festival 2025: CMD उपेन्द्र राय की देश के पर्यटन-संस्कृति मंत्री गजेंद्र शेखावत से बातचीत- VIDEO
Bharat Express BLF 2025: आज केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ‘भारत लिटरेचर फेस्टिवल’ में आए. यहां वे भारत एक्सप्रेस के चेयरमैन, CMD और एडिटर-इन-चीफ उपेन्द्र राय के साथ मुखातिब हुए.
World Book Fair 2025: CMD उपेन्द्र राय की मौजूदगी में फिल्म निर्देशक प्रकाश झा ने किया भारत एक्सप्रेस और भारत लिटरेचर फेस्टिवल के स्टॉल का उद्घाटन
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में विश्व पुस्तक मेले के दूसरे दिन भारत एक्सप्रेस के चेयरमैन, CMD और एडिटर-इन-चीफ उपेन्द्र राय समेत कई वरिष्ठ लेखक, फिल्म निर्देशक मौजूद रहे. इस अवसर पर भारत मंडपम में CMD उपेन्द्र राय सम्मानित भी किए गए.
World Book Fair 2025: CMD उपेंद्र राय की मौजूदगी में भारत एक्सप्रेस और भारत लिटरेचर फेस्टिवल के पवेलियन का भव्य उद्घाटन
रविवार, 2 फरवरी 2025 को विश्व पुस्तक मेले (World Book Fair 2025) के दूसरे दिन भारत एक्सप्रेस के चेयरमैन, CMD और एडिटर-इन-चीफ उपेंद्र राय मेले में मौजूद रहे. इस अवसर पर उन्हें सम्मानित भी किया गया.
Shillong Book Fair 2024: शिलांग पुस्तक मेला आज से, इसमें दिखेगी मेघालय की समृद्ध साहित्यिक-सांस्कृतिक विरासत
पूर्वोत्तर भारत के राज्य मेघालय की राजधानी शिलांग स्थित स्टेट सेंट्रल लाइब्रेरी में 5 से 13 अक्टूबर तक शिलांग पुस्तक मेला लगेगा. राज्यपाल सी. एच. विजयशंकर इस मेले का उद्घाटन करेंगे.
चिनार पुस्तक महोत्सव : 17 अगस्त से श्रीनगर के पहले सबसे बड़े पुस्तक महोत्सव का होगा आगाज
डल झील के किनारे एसकेआईसीसी के पांच हजार वर्ग मीटर में आयोजित यह पुस्तक महोत्सव 17 से 25 अगस्त तक सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक लगेगा, जिसमें प्रवेश नि:शुल्क रहेगा.
नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 2024 में बहुभाषी भारत थीम मंडप ने पाठकों की बढ़ाई रुचि
थीम पवेलियन में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों का उद्देश्य जिज्ञासा जगाना और भारत की भाषाई विविधता की झलक प्रदान करना और अपनी मातृभाषा में गर्व की भावना पैदा करना है.