100% FDI से भारतीय बीमा उद्योग को कैसे होगा लाभ?
भारत में बीमा पैठ 2.7 प्रतिशत से बढ़कर 3.7 प्रतिशत हो गई है, जबकि बीमा घनत्व 2001 से 2024 के बीच 11.5 डॉलर से बढ़कर 95 डॉलर हो गया है. इसके विपरीत, बीमा पैठ और घनत्व का वैश्विक औसत 2024 में क्रमशः 7 प्रतिशत और 889 डॉलर है.
सकारात्मक संकेत, 17 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ में 2024 में OFDI पहुंचा 37.68 अरब डॉलर
ऋण श्रेणी के अंतर्गत भारतीय कंपनियों द्वारा OFDI 2024 में 8.7 अरब डॉलर था, जबकि पिछले कैलेंडर वर्ष में यह 4.76 अरब डॉलर था. घरेलू फर्मों द्वारा जारी गारंटी 2023 में 18.44 अरब डॉलर के मुकाबले 2024 में घटकर 16.29 अरब डॉलर रह गई.
GCC’s Investment Boom in India: गल्फ देशों से भारत में FDI प्रवाह 12 वर्षों में बढ़कर $24.54 बिलियन हुआ
भारत का GCC देशों के साथ व्यापार 2022-23 में $184.46 बिलियन तक पहुंचा, जो मजबूत आर्थिक रिश्तों को दर्शाता है. पिछले दशक में GCC देशों से कुल एफडीआई प्रवाह का 89% हिस्सा आया.
डॉ. राजेश्वर सिंह ने किया CA फर्म G Tewari & Associates के नए कार्यालय का उद्घाटन, बोले- राष्ट्र निर्माण में सीए की महत्वपूर्ण भूमिका
डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंट जिम्मेदारी के असली रक्षक और वित्तीय प्रणाली के आधारस्तंभ हैं. GST कलेक्शन को 20 लाख करोड़ और Income Tax कलेक्शन को 18.90 लाख करोड़ तक पहुंचाने में उनकी भूमिका अहम रही.
भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में तगड़ा उछाल, अप्रैल से सितंबर 2024 के बीच 45 प्रतिशत बढ़कर 29.79 अरब डॉलर पहुंचा
आंकड़ों से यह भी पता चला कि अप्रैल-सितंबर 2024-25 के दौरान महाराष्ट्र को सबसे अधिक 13.55 बिलियन अमरीकी डॉलर का निवेश प्राप्त हुआ.
ब्रिटिश बैंकर ने कहा- भारत को कारोबार के लिए पहले की तुलना में कम उथल-पुथल वाली जगह मानती हैं जापानी कंपनियां
जापान की सबसे बड़ी ब्रोकरेज कंपनी Nomura के थोक प्रभाग के प्रमुख क्रिस्टोफर विलकॉक्स ने कहा कि जापानी बोर्डरूम में हम जो व्यापारिक चर्चा कर रहे हैं, उसमें भारत उस सूची में बहुत ऊपर है, जिनके बारे में लोग उत्साहित हैं.
भारत में तेजी से बढ़ रहा विदेशी निवेश, 2014 से 2024 तक 10 साल में आया 689 अरब डॉलर का FDI; देखिए आंकड़े
भारत में सबसे ज्यादा 3.9 अरब डॉलर का FDI निवेश सर्विस सेक्टर में आया है. डीपीआईआईटी के आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष (2024-25) में भी एफडीआई मजबूत रहा है. कुछ आंकड़े देखिए.
अडानी-अंबानी की साझेदारी भारत के आर्थिक पुनर्जागरण को कैसे दे सकती है गति
अडानी-अंबानी समूह की संभावित साझेदारी से FDI में गिरावट को रोकना और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के बीच विश्वास पैदा करना सहज होगा। यह साझेदारी डिजिटल बुनियादी ढांचे, नवीकरणीय ऊर्जा और ई-कॉमर्स में अवसरों को खोल सकती है, जिससे भारत इन क्षेत्रों में ग्लोबल लीडर के रूप में स्थापित हो सकता है।
दुबई में एफडीआई के लिए भारत प्रमुख स्रोत देश के रूप में उभरा
सोमवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, संयुक्त अरब अमीरात के सात अमीरों में से एक, दुबई में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के लिए भारत एक प्रमुख स्रोत देश के रूप में उभरा है.
Budget 2023: भारत में 60,000 से अधिक स्टार्टअप्स, बजट से पहले अब उठी FDI में टैक्स छूट देने की मांग
Startups in India: स्टार्टअप एकोसिस्टम 2016 और 2022 के बीच तेजी से बढ़ा. लगभग 63 अरब डॉलर के निवेश के साथ, 2021 भारत में निजी इक्विटी और उद्यम पूंजी निवेश के मामले में एक सफल वर्ष था.