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GDP

मूडीज रेटिंग्स के अनुसार, यह भी उम्मीद है कि अप्रैल-जून तिमाही में 6.7 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज करने के बाद जुलाई-सितंबर तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था अपनी स्थिर गति बनाए रखेगी.

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने पिछले महीने कहा था कि भारत की विकास कहानी बरकरार है, क्योंकि इसके मूलभूत चालक - खपत और निवेश मांग - गति पकड़ रहे हैं.

2021-22 के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य लेखा के अनुमानों से पता चलता है कि देश में स्वास्थ्य सेवा के लिए सरकारी व्यय में वृद्धि जारी है, जो स्वास्थ्य क्षेत्र में सार्वजनिक निवेश बढ़ाने के सरकार के प्रयासों को उजागर करता है.

सांख्यिकी मंत्रालय के अनुसार, युवा कार्यबल को गुणवत्तापूर्ण नौकरियां प्रदान करने वाले विनिर्माण क्षेत्र ने 7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जबकि निर्माण और बिजली क्षेत्रों ने तिमाही के दौरान दोहरे अंकों में वृद्धि दर्ज हुई है.

GDP Rate 2024 in India: विकास दर अनुमान में बढ़ोतरी की वजह देश में निजी खपत का तेजी से बढ़ना है. ग्लोबल रेटिंग एजेंसी ने कहा, "देश में महंगाई में कमी आने के चलते पारिवारिक खपत में बढ़ोतरी हो रही है.

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के अनुसार, वैश्विक वृद्धि अप्रैल 2024 के विश्व आर्थिक आउटलुक पूर्वानुमान के अनुरूप होने का अनुमान है, जो 2024 में 3.2 प्रतिशत और 2025 में 3.3 प्रतिशत है.

रिपोर्ट में कहा गया था कि दक्षिण एशिया, खासकर भारत में निवेश मजबूत बना हुआ है. इसमें प्रत्यक्ष रूप से बहुराष्ट्रीय कंपनियों की बढ़ती रुचि से भारत को फायदा मिल रहा है.

भारत को वर्ष 2047 तक विकसित देशों की श्रेणी में शामिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वर्ष 2027 तक भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा, ऐसी संभावना भी व्यक्त की जा रही है।

अडानी-अंबानी समूह की संभावित साझेदारी से FDI में गिरावट को रोकना और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के बीच विश्वास पैदा करना सहज होगा। यह साझेदारी डिजिटल बुनियादी ढांचे, नवीकरणीय ऊर्जा और ई-कॉमर्स में अवसरों को खोल सकती है, जिससे भारत इन क्षेत्रों में ग्‍लोबल लीडर के रूप में स्थापित हो सकता है।

भाजपा नेता कह रहे हैं कि देश की स्वतंत्रता के 100वें वर्ष को चिह्नित करते हुए 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है। इस दृष्टिकोण में आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, पर्यावरणीय स्थिरता और सुशासन शामिल है।