Bharat Express

GDP

भारत को वर्ष 2047 तक विकसित देशों की श्रेणी में शामिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वर्ष 2027 तक भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा, ऐसी संभावना भी व्यक्त की जा रही है।

अडानी-अंबानी समूह की संभावित साझेदारी से FDI में गिरावट को रोकना और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के बीच विश्वास पैदा करना सहज होगा। यह साझेदारी डिजिटल बुनियादी ढांचे, नवीकरणीय ऊर्जा और ई-कॉमर्स में अवसरों को खोल सकती है, जिससे भारत इन क्षेत्रों में ग्‍लोबल लीडर के रूप में स्थापित हो सकता है।

भाजपा नेता कह रहे हैं कि देश की स्वतंत्रता के 100वें वर्ष को चिह्नित करते हुए 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है। इस दृष्टिकोण में आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, पर्यावरणीय स्थिरता और सुशासन शामिल है।

हम सभी के लिए हर्ष का विषय है कि देश में विनिर्माण इकाईयों की वृद्धि दर 4.8% से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2023-24 की तृतीय तिमाही में 11.6% हो गई है तथा निर्माण के क्षेत्र में वृद्धि दर 9.5% की रही है। साथ ही, खनन के क्षेत्र में वृद्धि दर 1.4% से बढ़कर 7.5% की रही है। ये तीनों रोजगार सृजन के क्षेत्र हैं।

तीसरी तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ 8.4% की दर से हुई है. देश में मैन्युफैक्चरिंग एक्टिविटीज और सरकारी खर्च में तेजी के चलते GDP की रफ्तार और तेज हुई है.

जैसे-जैसे भारत अपनी नियति के चौराहे पर खड़ा है, नेतृत्व का चुनाव महत्वपूर्ण हो जाता है। भारतीय राजनीति के अस्थिर और ध्रुवीकरण परिदृश्य में, एक नेता अटूट संकल्प, दूरदर्शी सोच और समावेशी विकास के प्रति प्रतिबद्धता के प्रतीक के रूप में उभरे हैं- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

Indian Economy: S&P Global ने भारत के लिए GDP Growth अनुमान के अनुमान में संशोधन करते हुए इसे बढ़ा दिया है. रेटिंग एजेंसी का कहना है कि वित्त वर्ष 24 में भारत की अर्थव्यवस्था 6.4% की रफ्तार से ग्रोथ करेगी. देखिए आंकड़े —

मार्च 2024 में समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में भारत का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 6.2-6.3 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है.

अर्थव्यवस्था के लिहाज से अच्छी खबर आई है. देश की ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट यानी GDP ग्रोथ पहली तिमाही (Q1FY24-अप्रैल-जून) में 7.8% रही. ऐसा ही रहा तो भारत जल्द चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन जाएगा.

इसके पीछे दीर्घकालिक आर्थिक लक्ष्यों की रणनीति बनाने से लेकर सुधारों और उपायों को प्रभावी ढंग से लागू करने तक लिए गए ठोस निर्णय है.