तेजी से गर्म हो रहा है हिंद महासागर का जल, जानें क्या पड़ेगा विनाशकारी प्रभाव?
Climate Change: रिपोर्ट में बताया गया है कि उष्मा की मात्रा में भविष्य में होने वाली वृद्धि एक परमाणु बम (हिरोशिमा में हुए) विस्फोट से उत्पन्न होने वाली ऊर्जा के समान होगी.
ग्लोबल वॉर्मिंग का गहराता संकट: अब नहीं तो कब?
विडंबना है कि ऐसी आपातकालीन परिस्थिति आसन्न होने के बावजूद पर्यावरणीय प्रदूषण के सबसे बड़े जिम्मेदार दो देश - चीन और अमेरिका ने जीवाश्म ईंधन की नई परियोजनाओं को मंजूरी दी है।