Bharat Express

India China

मार्क मोबियस का मानना है कि भारत अगले कुछ वर्षों में उच्च ग्रोथ रेट और मजबूत प्रदर्शन करेगा, जबकि China में विकास में चुनौतियां बनी रहेंगी. उनका विश्वास है कि भारत आने वाले समय में निवेशकों के लिए एक आकर्षक बाजार बना रहेगा.

भारत, दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल बाजार है. इसके बावजूद, iPhones की हिस्सेदारी सिर्फ 6-7% है. बाकी 94% बाजार पर एंड्रॉइड स्मार्टफोन का कब्जा है, जिनमें सैमसंग, ओप्पो, वीवो और श्याओमी जैसे ब्रांड शामिल हैं.

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में भारतीय सैनिकों के साथ चीन के सैनिक ‘जय श्री राम’ के नारे लगाते दिख रहे हैं. कहा जा रहा है कि यह वीडियो दोनों देशों के बीच सीमा विवाद पर हुए हालिया समझौते के बाद का है.

PM Modi Xi Jinping Bilateral Talks: चार साल पहले (2020) गलवान वैली में हुई झड़प के बाद भारत और चीन के राष्‍ट्राध्‍यक्षों में आज रूस के कजान शहर में पहली बाइलेटरल मीटिंग हुई. जानिए दोनों नेताओं ने वहां क्‍या-कुछ कहा.

भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर पेट्रोलिंग को लेकर नई सहमति बनी है. कई सालों से दोनों देशों में बॉर्डर पर तनाव था, जिसे कम करने की दिशा में दोनों पक्षों की हालिया बातचीत रंग लाई.

चीनी सरकार ने अपने यहां कुछ पाबंदियां लगाई थीं. जिसके बाद अमेरिकी कंपनियां भारत, वियतनाम, ताइवान जैसे हर उस देश में उत्पादन के लिए संभावनाएं टटोलने लगी, जहां स्थिर राजनीतिक माहौल में सस्ता लेबर और सर्विसेज मुहैया हो सके.

चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत को भी 'वन चाइना पॉलिसी' का पालन करना चाहिए. इस मर्तबा भारतीय पक्ष के समक्ष गंभीर राजनीतिक प्रतिबद्धता जताई गई है और यह चीन-भारत संबंधों के लिए राजनीतिक आधार का काम करती है.

MSCI Emerging Market (EM) Investable Market Index (IMI): MSCI इमर्जिंग मार्केट्स (EM) निवेश योग्य बाजार सूचकांक (IMI) में भारत पहली बार चीन को पीछे छोड़कर दुनिया में पहले नंबर पर हो गया है.

भारत, चीन के साथ सीमा विवाद समेत तमाम मुद्दों के समाधान की उम्मीद करता है. हालांकि, चीन का रवैया अपने से छोटे देशों को परेशान करने वाला और विस्‍तारवादी मानसिकता वाला रहा है. जब तक चीन सकारात्‍मक रूख नहीं अपनाएगा, समझौतों का पालन नहीं करेगा, भारत के साथ उसके रिश्‍ते सामान्‍य नहीं रह सकते.

भारत का सबसे बड़ा पड़ोसी देश चीन अक्सर आंखें तरेरता रहा है. उसका दावा है कि भारत का अरुणाचल प्रदेश पर अवैध कब्जा है, लेकिन इतिहास गवाह है कि 1962 के युद्ध तक चीनी सरकार ने कभी ऐसी बात नहीं की थी. उसने तिब्बत पर कब्जा किया..अब अन्य क्षेत्रों पर गिद्ध जैसी नजर है —